पत्रकार अवधेश तिवारी जैसीनगर ✍️
सागर जैसीनगर- सदगुरु की शरण में जाने से शातिं मिलती है- पं विपिन बिहारी शिवमहापुराण के प्रथम दिवस तालाब पास स्थित रामजी के मंदिर से रिमझिम फुहारो के बीच कलश यात्रा निकाली गई, कलश यात्रा में ढोल नगाडे अखाडा पार्टी,भजन पार्टी, आर्कषण का क्रेन्द्र रही,कलश यात्रा चौक बाजार, ठेगेबाबा मंदिर होते हुए कथा स्थल ब्लाक मैदान पंहुची जगह जगह शिवमहापुराण का पूजन हुआ,प्रथम दिवस की कथा का वाचन करते हुये पं विपिन बिहारी साथी जी ने कहा कि,मनुष्य को अधिक से अधिक मन को भजन में लगाना पडेगा जब तक पानी में उतरोगो नही तब तक तैरना नही सीख पांएगे,भगवान का नाम है मीठा लेकिन भीतर बैठे पित्त को साफ करना पडेगा अगर भजन में मन न लगे तो भगवान के मंदिर में बैठो,कथा सुनने के बाद जीवन में बदलाव आता है, सदगुरू की शरण में जाने से शांति मिलेगी क्यो कि गुरु की कृपा से शिव की कृपा होती है, शिव की कृपा से श्रीराम की कृपा होती है,और जब श्रीराम की कृपा होती है तो सब की कृपा हो जाती है,उन्होने कहा कि शिव महापुराण में 24000 श्लोक 464 अध्याय, जब कुछ नही था भगवान शिव थे जब कुछ नही होगा तो भगवान शिव होगे, भगवान भोलेनाथ दयालू है और एक लोटे जल में ही प्रसन्नं हो जाते है।