केन्द्र सरकार द्वारा आयुर्वेद चिकित्सकों को सर्जरी की मंजूरी देने के फैसले का विरोध तेज हो गया है। इस मिक्सोपैथी के खिलाफ सागर में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने प्रदर्शन किया, हर जगह कई डॉक्टर शामिल हुए। प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों ने कहा कि आईएमए किसी भी पैथी के स्वतंत्र विकास का पक्षधर है। दो पैथियों को एक में मिला देने से खतरे बढ़ेंगे। इसका दुष्परिणाम समाज को भोगना पड़ेगा।
प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों का नेतृत्व करते हुए डॉ. मनीष जैन डॉ रावत ने कहा कि सरकार ने आयुर्वेदिक डाक्टरों को सर्जरी की अनुमति दी है। सर्जरी सिर्फ सर्जन ही कर सकता है। जिन्होंने कभी सर्जरी की पढ़ाई नहीं की, उनके द्वारा सर्जरी कराना खतरे से खाली नहीं है। सर्जरी की पूरी पढ़ाई करनी पड़ती है। सर्जरी के बाद भी बहुत सारे लक्षणों को पहचानना होता है। केवल सर्जरी कर देने से मरीज ठीक हो जाएगा, यह कहना मुश्किल है।
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मिक्सोपैथी के खिलाफ सागर में आईएमए का प्रदर्शन तेज/जानिए इस थैरेपी को
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