नीलेश कुमार की रिपोर्ट ✍️
बीपीसीएल कंपनी द्वारा किसानों को उचित मुआवजा दिए बिना किया जा रहा पाइप लाइन डालने का कार्य किसानों ने रोका ,किसानों ने एसडीएम से की शिकायत मुआवजा देने में किया जा रहा भेदभाव
बीना । बीपीसीएल कंपनी के द्वारा बीना रिफाइनरी से कानपुर पानकी तक खेतों से पाइप लाइन डाली जा रही है, लेकिन अभी तक किसानों को मुआवजा नहीं दिया गया है। ग्राम सेमरखेड़ी कचनोदा मौजा के किसानों ने बीपीसीएल कंपनी पर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए बीना एसडीएम अमृता गर्ग के लिए लिखित आवेदन देते हुए शिकायत की है।आवेदन में उल्लेख किया गया है कि बीपीसीएल कंपनी के द्वारा बीना रिफाइनरी से कानपुर पानकी तक गैस पाइप डाले जाने का कार्य किया जा रहा,जो कि बीना तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्रामीण क्षेत्रों आगासौद,देहरी,सेमरखेड़ी, कचनोदा तथा और भी अन्य ग्रामीण क्षेत्रो से डाली जा रही है।जहाँ पाइप लाइन डाल रहे ठेकेदार द्वारा खेत की मेड़ों, बंधानों को तोड़ दिया व वहां खड़े वृक्षों को उखाड़ दिया गया गया है। इसकी सूचना किसानों को नहीं दी गई है। किसानों को न तो अभी तक मुआवजा भी नहीं दिया गया है और न ही यह बताया गया है कि किस किसान की कितनी जमीन में पाइप लाइन डाली जा रही है। किसान राजकुमार सिंह,बखत सिंह,जोधन सिंह,विक्रम सिंह आदि और भी अन्य किसान इससे प्रभावित हो रहे हैं। बिना मुआवजा राशि दिए ही फसल, खेत, पेड़ों को क्षति पहुंचाई जा रही है और ठेकेदार द्वारा खेत खाली करने का दबाव बनाया जा रहा है।
नही दिया जा रहा उचित मुआवजा–
किसानों ने आरोप लगाते हुए कहा कि हमारी जमीन का किसी भी तरह का उचित मुआवजा नही दिया जा रहा हैं।ग्राम देहरी आगासौद के किसानों के लिए अलग और सेमरखेड़ी कचनोदा के किसानों के लिए अलग मुआवजा दिया जा रहा है जो कि भेदभाव पूर्ण है।किसानों का कहना है कि जो नुकसान हमारी जमीन का हो रहा है वही नुकसान देहरी आगासौद के किसानों का हो रहा है तो मुआवजा देने में भेदभाव क्यो किया जा रहा हैं।किसानों ने कहा कि हम समस्त किसान इस भेदभावपूर्ण रवैये का पूर्ण रूप से विरोध करते है।अगर मुआवजा देने में भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाया जाता है तो समस्त किसान ग्रामवासी जन इस का विरोध करते है तथा अपनी जमीन पर कंपनी को किसी तरह का कार्य नही करने देंगे और इसका विरोध में जन आंदोलन करने के लिए वाध्य होंगे।जिसमे अगर किसी भी तरह की जनहानि या किसी भी तरह का नुकसान होता है तो इसके लिए प्रशासन व कंपनी की जबाबदेही होंगी।
ज्ञापन सौंपने वालों में राजकुमार सिंह,बखत सिंह,जोधन सिंह,विक्रम सिंह,सीताराम सिंह आदि शामिल रहे।
मुआवजा देने में किसी तरह का भेदभाव नही किया जा रहा है,शाशन की गाइड लाइन के अनुसार ही मुआवजा दिया जा रहा है,जमीन की रजिस्ट्री की कीमत का दस प्रतिशत ही दिया जा रहा है- नीरज जैन, प्रोजेक्ट लीडर बीपीसीएल