साज सज्जा से हुआ पंचायत भवनों का नया रूप
सागर–/विकासखण्ड खुरई में पुराने पंचायत भवनों की मरम्मत रंगाई पुताई और बाउंड्रीवॉल के निर्माण में यहां आम ग्रामीणों का काम फिर से आसान कर दिया है। ज्ञातव्य है कि वर्षों पुराने पंचायत भवनों मे टूट-फूट हो गई थी जिसके कारण जीपीडीपी स्वराज और ग्राम सभा के कामों में बाधा आ रही थी। कई जगह छत के टपकने से कम्प्यूटर बिगड़ सकते थे तो कहीं लोगों ने भवन के आसपास अतिक्रमण कर लिया था।
उल्लेखनीय है कि, तीन माहों में 26 पंचायत भवनों की बाउंड्री वॉल निर्माण का काम शुरू हुआ जिनमें पथरिया जोगन, खडेसरा, सिलौठा, धनौरा, मुहासा, गोलनी, कठैली, नारधा, सिलापरी आदि पंचायतें हैं। बाउंडीवॉल के बनने से अपने पंचायत संबंधी कार्य करने आये ग्रामीणों को यहां बैठकर काम करना आसान हो गया। भवन के परिसर में साफ सफाई रहने लगी लोग यहां सुविधापूर्वक बैठकर अपने आवेदन तैयार कर लेते हैं। ग्राम सभाओं के आयोजन में भवन की मरम्मत मददगार रही। नगदा, मुहासा, और तेवरा के पंचायत भवन निर्माण पूर्ण हो गया है जबकि करैयागूजर, सिलापरी, नाउखेड़ा, कठैली, नारधा समेत 18 पंचायत भवन निर्माणाधीन है। खुरई अपने गेहूं के लिए राष्ट्रीय स्तर पर पहचान रखता है। इस लिए महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से मनरेगा के अंतर्गत प्रसंस्करण भवनों का भी निर्माण किया जाना प्रस्तावित किया गया है जहां महिलायें आय संवर्धक गतिविधियों जिनमें गेहूं की ग्रेडिंग और पैकिंग भी शामिल है का संचालन कर सकेंगी।
जिले में ग्राम स्वराज के अंतर्गत लोग अपने निर्णय स्वयं ले सके और अपने ग्राम विकास की योजना के निर्माण में उनकी पूर्ण भागीदारी हो उसमें पंचायत भवन की महत्वपूर्ण भूमिका है। क्योंकि इन भवनों में ही ग्राम सभाओं का आयोजन होता है और लोग अपने निर्णय ले पाते हैं। ग्राम सभा गांव की संसद होती है जिसमें जनहितकारी कामों को प्रोत्साहन देने के लिए शासन तक ग्राम विकास योजना प्रेषित की जाती है।