वरिष्ठ अधिकारियों की मंशानुरूप एस.डी.ओ.पी. बंडा का औचक निरीक्षण
आमजन से सदव्यवहार, त्वरित सुनवाई एवं जनजागरूकता को लेकर अधीनस्थों को सख्त निर्देश
सागर। सागर जिले के बंडा पुलिस अनुविभाग के अनुविभागीय अधिकारी पुलिस एस.डी.ओ.पी. बंडा प्रदीप वाल्मीकि द्वारा विगत दिवस वरिष्ठ अधिकारियों की मंशानुरूप अपने पर्यवेक्षण अंतर्गत बंडा पुलिस अनुभाग की विभिन्न थाना-चौकियों का आकस्मिक भ्रमण एवं औचक निरीक्षण किया गया।
औचक निरीक्षण के दौरान थाना बंडा, चौकी दलपतपुर, थाना छानबीला, थाना शाहगढ़, चौकी हीरापुर एवं चौकी बराज का निरीक्षण कर थानों की कार्यप्रणाली, रिकॉर्ड संधारण एवं जनसेवा संबंधी व्यवस्थाओं का गहन अवलोकन किया गया।
निरीक्षण के दौरान एस.डी.ओ.पी. बंडा प्रदीप वाल्मीकि द्वारा अपने अधीनस्थ थाना-चौकियों में पदस्थ पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारियों को निर्देशित किया गया कि वे जनसेवा ड्यूटी को पूर्ण तत्परता, पारदर्शिता एवं संवेदनशीलता के साथ निभाएं तथा प्रत्येक फरियादी की त्वरित सुनवाई कर तत्काल वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित करें। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि पुलिस आमजन के लिए न्याय का सेतु है, अतः नैतिक मूल्यों को सर्वोपरि रखते हुए कर्तव्य निर्वहन किया जाए।
एस.डी.ओ.पी. द्वारा बढ़ते साइबर फ्रॉड, महिला अपराध एवं सड़क दुर्घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण हेतु थाना-चौकी पुलिस को ग्राम-ग्राम जाकर जनसंवाद एवं जनजागरूकता चौपाल आयोजित करने के निर्देश दिए गए, जिससे आम नागरिक किसी भी प्रकार की आपराधिक घटना अथवा दुर्घटना का शिकार न हो सके। उन्होंने कहा कि सजग नागरिक ही सुरक्षित समाज का निर्माण कर सकते हैं।
इसके अतिरिक्त पुलिस स्टाफ को थाने का रिकॉर्ड सुव्यवस्थित रखने, जप्ती माल का विधिवत संधारण, पंजीयों को अद्यतन रखने, थाना परिसर स्वच्छ बनाए रखने, साफ-सुथरी एवं पूर्ण वर्दी धारण करने, दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट अनिवार्य रूप से पहनने, बिना अनुमति मुख्यालय न छोड़ने तथा नशे से दूरी बनाए रखने की सख्त हिदायत दी गई।
साथ ही पुलिस कर्मियों को नियमित शारीरिक व्यायाम के माध्यम से बेहतर स्वास्थ्य बनाए रखने, अनुशासन का पालन करने तथा प्रत्येक रिपोर्टकर्ता के साथ शालीन व्यवहार एवं त्वरित सुनवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
उक्त औचक निरीक्षण से थाना-चौकियों की कार्यप्रणाली को और अधिक सुदृढ़ करने के साथ-साथ पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारियों में अनुशासन, जिम्मेदारी एवं जनसेवा के प्रति प्रतिबद्धता और अधिक मजबूत हुई है।

