सीएम मोहन यादव आज कई प्रमुख विभागों के कामकाज की करेंगे गहन समीक्षा : दो वर्षों की उपलब्धियों और अगले तीन वर्षों की विकास रणनीति पर होगी चर्चा
खजुराहो। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज से खजुराहो में मंत्रियों के विभागों की परफॉर्मेंस समीक्षा शुरू कर रहे हैं। इस मूल्यांकन बैठक में विभागों की पिछले दो साल की उपलब्धियों के साथ-साथ आगामी तीन साल की कार्ययोजना पर भी विस्तार से चर्चा की जाएगी।
मुख्यमंत्री के साथ मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, विजय शाह, गोविंद सिंह राजपूत, करण सिंह वर्मा, इंदर सिंह परमार और चैतन्य काश्यप रविवार रात को ही खजुराहो पहुंच चुके हैं। अन्य मंत्री सोमवार तक खजुराहो पहुंचेंगे और 9 दिसंबर को होने वाली कैबिनेट बैठक में हिस्सा लेंगे।
सूत्रों के अनुसार यह पूरा आयोजन न केवल समीक्षा के लिए है, बल्कि मंत्रियों के बीच समन्वय और आगे की कार्ययोजनाओं को स्पष्ट रूप देने का उद्देश्य भी रखा गया है। दो दिवसीय प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री और मंत्री पन्ना टाइगर रिजर्व, कुटनी रिसॉर्ट डैम और रनेह फॉल का भ्रमण भी करेंगे।
रविवार रात भोपाल से खजुराहो रवाना होते समय ट्रेन में ही मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और तुलसीराम सिलावट भजनों में लीन दिखे, जिसे यात्रियों ने भी काफी सराहा।
आज की समीक्षा बैठकें — समयानुसार कार्यक्रम
खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग
मंत्री: गोविंद सिंह राजपूत
सबसे पहले समीक्षा
11:30 – 12:00
वाणिज्यिक कर विभाग, मंत्री एवं डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा
12:00 – 12:30
पशुपालन व डेयरी विभाग, मंत्री लखन पटेल
12:45 – 1:30
नगरीय विकास एवं आवास विभाग, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय
4:00 – 4:45 शाम
जनजातीय कार्य व अनुसूचित जाति विकास विभाग, मंत्रियों विजय शाह व नागर सिंह चौहान
4:45 – 5:30 शाम
एमएसएमई विभाग, मंत्री चैतन्य काश्यप
कल के कार्यक्रम — 9 दिसंबर
12:00 – 12:45
लोक निर्माण विभाग, मंत्री राकेश सिंह
12:45 – 1:30
पीएचई विभाग, मंत्री संपतिया उइके
इसके बाद मुख्यमंत्री डॉ. यादव की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक होगी।
लाड़ली बहना सम्मेलन भी होंगे शामिल
9 दिसंबर को मुख्यमंत्री राजनगर (छतरपुर) के सती की मढ़िया में आयोजित लाड़ली बहना सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।
इस दौरान प्रदेश की 1.26 करोड़ से अधिक लाड़ली बहनों के खातों में दिसंबर माह की राशि ट्रांसफर की जाएगी। मुख्यमंत्री सम्मेलन में लाभार्थी महिलाओं से संवाद भी करेंगे।
यह दो दिवसीय कार्यक्रम प्रदेश सरकार के विकास एजेंडे से जुड़ा अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है, और सभी विभागों के प्रदर्शन पर मुख्यमंत्री की सीधी समीक्षा से कई नीतिगत फैसलों की दिशा आने वाले समय में तय हो सकती है।


