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सागर : खुरई सीवेज प्रोजेक्ट में बड़ी लापरवाही: मिट्टी धंसने से पोकलेन मशीन गड्ढे में समाई, 10 घंटे रोका रहा यातायात

सागर : खुरई सीवेज प्रोजेक्ट में बड़ी लापरवाही: मिट्टी धंसने से पोकलेन मशीन गड्ढे में समाई, 10 घंटे रोका रहा यातायात सागर। ...

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सागर : खुरई सीवेज प्रोजेक्ट में बड़ी लापरवाही: मिट्टी धंसने से पोकलेन मशीन गड्ढे में समाई, 10 घंटे रोका रहा यातायात

सागर। खुरई नगर में चल रहे करीब 70 करोड़ रुपये के सीवेज निर्माण प्रोजेक्ट में एक बार फिर गंभीर लापरवाही उजागर हुई है। शहरी थाना क्षेत्र के नीचे पठारी मार्ग पर सीवेज लाइन विस्तार के दौरान एक निजी कंपनी द्वारा भेजी गई पोकलेन मशीन अचानक जमीन धंसने से हाल ही में भरे गए गड्ढे में समा गई। इस हादसे से इलाके में लगभग पूरे दिन यातायात बाधित रहा और लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

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ताज़ा भरे गड्ढे में धंसी भारी मशीन

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जिस स्थान पर मशीन काम कर रही थी, वहां कुछ ही दिन पहले सीवेज लाइन डालकर मिट्टी भरी गई थी। स्थानीय लोगों का आरोप है कि कंपनी ने मिट्टी को ठीक से कंप्रेस नहीं किया था। नतीजतन, भारी भरकम पोकलेन मशीन का वजन जमीन नहीं झेल सकी और वह अचानक धंसकर गड्ढे में फंस गई।

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घटना की जानकारी मिलते ही कंपनी के कर्मचारी और मशीन ऑपरेटर मौके पर पहुँचे। मशीन को निकालने के लिए कई प्रयास किए गए, लेकिन जमीन दलदली होने के कारण काम बेहद मुश्किल साबित हुआ।

10 घंटे की मेहनत के बाद निकली मशीन

करीब 10 घंटे की मशक्कत के बाद दो और मशीनों की मदद से पोकलेन को आखिरकार बाहर निकाला जा सका। इस दौरान नीचे पठारी मार्ग का एक बड़ा हिस्सा पूरी तरह जाम रहा। स्कूल जाने वाले बच्चों, काम पर जाने वाले लोगों और स्थानीय वाहनों को लंबे समय तक वैकल्पिक रास्तों से गुजरना पड़ा।

65–70 करोड़ की परियोजना लेकिन काम की रफ्तार बेहद धीमी

खुरई नगर में सीवेज सिस्टम का यह निर्माण कार्य 65 से 70 करोड़ रुपए की लागत से किया जा रहा है। योजना की अवधि 24 महीने तय थी, लेकिन धीमी गति, सुरक्षा मानकों की अनदेखी और बार-बार सामने आ रही तकनीकी खामियों के चलते प्रोजेक्ट अब काफी पीछे चल रहा है।

शहर के कई वार्डों में पाइपलाइन बिछाने के बाद मिट्टी को उचित रूप से दबाया नहीं गया है। नतीजतन कई सड़कें धंस रही हैं और लोगों के घरों तक जाने वाले रास्ते भी उबड़-खाबड़ हो चुके हैं।

निगरानी नहीं, गुणवत्ता शून्य —निवासियों का आरो

स्थानीय निवासियों ने कंपनी और संबंधित अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि:

कंपनी मनमानी तरीके से काम कर रही है

न तो किसी तरह की तकनीकी निगरानी है

न ही गुणवत्ता की कोई जांच की जा रही है

शिकायतों के बावजूद कोई अधिकारी मौके पर ध्यान नहीं देता

लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द सुधार नहीं किया गया, तो आने वाले दिनों में सीवेज लाइन से जुड़ी और बड़ी समस्याएं सामने आ सकती हैं—जैसे सड़कें बैठना, पाइप फटना और जलभराव की स्थिति।