होम मध्यप्रदेश सागर / बुंदेलखंड राजनीति अपराध / क्राइम रिपोर्ट धर्म/अध्यात्म सोशल भारत स्पोर्ट्स खाकी MP जनसंपर्क फीड

सागर : नेशनल हाईवे-44 पर पलटा ट्रक, ड्राइवर ने लगाया चेक प्वाइंट कर्मियों पर अवैध वसूली का आरोप

जाम में फंसे चालकों की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल, पुलिस ने शुरू की जांच सागर। नेशनल हाईवे-44 पर स्थित ...

विज्ञापन

Published on:

| खबर का असर

जाम में फंसे चालकों की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल, पुलिस ने शुरू की जांच

सागर। नेशनल हाईवे-44 पर स्थित मालथौन अटा चेक प्वाइंट गुरुवार शाम एक हादसे और हंगामे का केंद्र बन गया। यहां एक ट्रक पलटने से हाईवे लगभग एक घंटे तक जाम रहा। इस घटना से न केवल यातायात प्रभावित हुआ बल्कि मारपीट और अवैध वसूली के गंभीर आरोप भी सामने आए हैं।प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ललितपुर निवासी ट्रक चालक शैलेंद्र यादव चेन्नई से दिल्ली माल लेकर जा रहे थे। उन्होंने बताया कि उनका ट्रक क्रमांक RJ11-GC-4285 जैसे ही मालथौन अटा चेक प्वाइंट पर पहुंचा, वहीं मौजूद कर्मियों ने उनके वाहन के सामने अचानक बैरिकेड धकेल दी। इससे ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गया। हादसे में चालक को मामूली चोटें आईं, जबकि सड़क पर लंबा जाम लग गया।शैलेंद्र यादव का कहना है कि चेक प्वाइंट कर्मचारियों द्वारा ट्रकों से अवैध वसूली की जाती है। जब उन्होंने इसका विरोध किया, तब कर्मचारियों ने बैरिकेड वाहन के सामने डाल दी, जिससे यह दुर्घटना हुई।

जाम के दौरान वर्दीधारी ने की पिटाई

ट्रक पलटने के बाद जाम में फंसे कई वाहन चालक काफी देर तक परेशान रहे। इसी बीच, एक वर्दीधारी व्यक्ति ने आपा खो दिया और प्लास्टिक पाइप से ट्रक चालकों की पिटाई शुरू कर दी। यह दृश्य किसी राहगीर ने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।वीडियो में एक व्यक्ति यूनिफॉर्म में दिखाई दे रहा है, हालांकि उसकी पहचान या तैनाती स्थल की पुष्टि नहीं हो सकी है। बताया जा रहा है कि यह अधिकारी सागर जिले में पदस्थ नहीं हैं और संभवतः बाहर से आए हुए हैं।

पुलिस जांच में जुटी

मालथौन थाना प्रभारी अशोक यादव ने बताया कि हादसे के बाद जाम से लोगों को भारी दिक्कतें हुईं। पुलिस ने ट्रक पलटने, अवैध वसूली के आरोप और मारपीट की पूरी घटना की जांच शुरू कर दी है।पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वायरल वीडियो की सत्यता की जांच की जा रही है। दोषी पाए जाने पर संबंधित कर्मचारियों और वर्दीधारी अधिकारी के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

[wps_visitor_counter]