उड़ीसा में वैचारिक स्वच्छता अभियान का आगाज़,
17 सितम्बर को “सातवां नो एब्यूज डे” मनाने का लिया संकल्प
उड़ीसा/सागर। वैचारिक स्वच्छता अभियान की संस्थापक डॉ. वंदना गुप्ता ने पुरी स्थित जगन्नाथ स्वामी मंदिर प्रांगण में जन-जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। इसमें देश के विभिन्न राज्यों से आए लोगों ने भाग लिया।
डॉ. गुप्ता ने अपने उद्बोधन में कहा कि समाज की संवेदनहीनता के कारण “माँ, बहन, बेटी” की गालियों का प्रचलन अत्यधिक बढ़ गया है, जो मानसिक गंदगी के ढेर के रूप में स्थापित हो चुका है। ऐसे में वैचारिक स्वच्छता अभियान की उपयोगिता और बढ़ जाती है। यह अभियान सूर्य की किरण के समान है, जो समाज की सोई संवेदनशीलता को जगाने का कार्य कर रहा है।
कार्यक्रम में सभी लोगों ने संकल्प लिया कि वे इस अभियान को आगे बढ़ाएंगे और 17 सितम्बर को “सातवां नो एब्यूज डे” को जनजागृति संकल्प दिवस के रूप में मनाएंगे, ताकि समाज को गालियों की इस बुराई से मुक्त कराया जा सके।
डॉ. वंदना गुप्ता की यह पहल देश में वैचारिक स्वच्छता की एक सशक्त नींव रखने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।