दर्दनाक हादसा: मां-बेटी आग में जिंदा झुलसीं, शव मिले लिपटे हुए

दर्दनाक हादसा: मां-बेटी आग में जिंदा झुलसीं, शव मिले लिपटे हुए

ग्वालियर जिले के डबरा में बुधवार देर रात एक दर्दनाक घटना सामने आई। सिमरिया ताल गांव में घर के अंदर लगी आग में मां और तीन साल की मासूम बेटी की जिंदा जलकर मौत हो गई। जब ग्रामीणों ने आग बुझाई तो दोनों के शव एक-दूसरे से लिपटे हुए मिले। परिजनों ने घटना को संदिग्ध बताते हुए हत्या की आशंका जताई है।

सुबह हुआ था पति-पत्नी में विवाद

स्थानीय लोगों के मुताबिक, मृतका उमा उर्फ मनीषा बघेल (25) का बुधवार सुबह अपने पति मनीष बघेल (30) से किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। इसके बाद पति अपनी मां को इलाज कराने ग्वालियर चला गया और देर रात तक वापस नहीं लौटा। इसी बीच रात करीब 10 बजे ग्रामीणों ने घर से धुआं और आग की लपटें उठती देखीं।

छत से दिखी मां-बेटी की चीखती परछाईं

गांव के चौकीदार उत्तम बाथम ने बताया कि धुआं उठता देख जब लोग पहुंचे तो गेट अंदर से बंद था। छत पर चढ़कर देखा तो मां-बेटी आग की लपटों में घिरी थीं। नीचे कूदकर गेट खोला गया, लेकिन तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी।

4 साल पहले हुई थी शादी

मनीषा की शादी चार साल पहले सोसा गांव निवासी मनीष बघेल से हुई थी। दो साल बाद बेटी जान्हवी का जन्म हुआ। गांव वालों ने बताया कि मनीषा हाल ही में मायके से ससुराल लौटी थी।

परिजनों ने जताई हत्या की आशंका

मृतका के पिता कप्तान बघेल का कहना है कि दामाद अक्सर मनीषा के साथ मारपीट करता था। 19 अगस्त को भी विवाद हुआ था, जिसके बाद बेटी मायके चली आई थी। 20 अगस्त की सुबह पति उसे फिर से ससुराल ले गया। कप्तान ने आरोप लगाया कि घटना के बाद दामाद और उसकी मां घर छोड़कर रिश्तेदारों के यहां आंतरी भाग गए।

पति बेरोजगार, छोटा भाई चलाता है घर

परिजनों ने बताया कि मनीषा की ससुराल में केवल चार लोग रहते थे। मनीष बेरोजगार है और कभी-कभी ड्राइवरी करता था, जबकि घर का खर्च उसका छोटा भाई उठाता था जो पुणे में नौकरी करता है।

पुलिस जांच जारी

डबरा एसडीओपी सौरभ सिंह ने कहा कि घटनास्थल की प्रारंभिक जांच में मामला आत्मदाह जैसा लग रहा है, लेकिन असली वजह का पता फोरेंसिक टीम की जांच के बाद ही चल सकेगा।

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