प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा कोविड – 19 परीक्षण केन्द्र का निरीक्षण, उत्पन्न अपशिष्ठ का इनसिनरेटर हो व्यवस्थित
सागर(मप्र)–/जैव चिकित्सा अपशिष्ठों का एकत्रीकरण नियमानुसार हो रहा है अथवा नहीं जिसका प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों द्वारा लगातार निरीक्षण किये जा रहे है ।
विदित हो कि म.प्र. शासन गृह विभाग द्वारा बायो मेडीकल वेस्ट प्रबंधन को अति आवश्यक कार्य की श्रेणी में रखा गया है, 13 अप्रैल 2020 को बुंदेलखंड चिकित्सा महाविद्यालय में प्रारंभ होने जा रही कोविड 19 परीक्षण केन्द्र का निरीक्षण किया गया । उपस्थित प्रभारी एवं अन्य स्टाफ को जैव चिकित्सा अपशिष्ठ एकत्रीकरण हेतु की जाने वाली व्यवस्थाओं हेतु आवश्यक निर्देश दिये गये । उन्हें जानकारी दी गई कि केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी मार्गदर्शिका के अनुसार ही कोविड – 19 अपशिष्ठ का प्रबंधन किया जाना है । इस दौरान प्रभारी डा. सुमित रावत, डॉ. विशाल भदवरिया, सोनू चुटीले, डेविस सर्जिको उपस्थित थे । कॉलेज में उचित प्रबंधन पाया गया , प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से संजय जैन वैज्ञानिक द्वारा औचक निरीक्षण किया गया क्षेत्रीय अधिकारी एस.पी. झा द्वारा सभी चिकित्सा संस्थानों को निर्देशित किया गया कि वे अपने – अपने संस्थानों से उत्पन्न जैव चिकित्सा अपशिष्ठ को निर्धारित CBWTF को अनिवार्य रूप से उपलब्ध करायें तथा इसमें किसी प्रकार की समस्या होने पर क्षेत्रीय कार्यालय को तत्काल सूचित करें । 13-04-2020 को 02 किग्रा . कोविड -19 अपशिष्ठ उत्पन्न हुआ था जो इनसिनरेटर के लिए भेजा गया है ।
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