सागर में डॉक्टर्स बोले: कोरोना महामारी के लिए हम तैयार, डरने की जरूरत नही, मरीज मिलने की स्थिति में वार्ड तैयार

कोरोना महामारी के लिए हम तैयार, नहीं है डरने की जरुरत, मरीज मिलने की स्थिति में वार्ड तैयार

सागर। कोरोना वायरस एक बार फिर से भारत में आ गया है। शनिवार तक मप्र में इस बीमारी से ग्रस्ति मरीज की संख्या 32 हो गई है वहीं पूरे भारत की बात करें तो एक्टिव केसों का आंकड़ा 5755 हो गया हैं। साथ ही इस बीमारी से मरने वालों का आंकड़ा शनिवार की सुबह तक पूरे भारत में 59 हो गया है। जिसको देखते हुए सागर में बुंदेलखण्ड मेडिकल कालेज और जिला अस्पताल में डाक्टर और कर्मचारी तैयार है। अगर कोई मरीज इस बीमारी से संक्रमित मिलता है तो उसके लिए अलग से वार्ड भी तैयार है।
बीएमसी और जिला अस्पताल के डाक्टरों ने बताया कि अभी भारत इस वायरस का उतना प्रभाव नहीं देखा जा रहा है। जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है उन पर ही यह बीमारी अपना असर दिखा रही है। सागर में कुछ संदिग्ध मरीजों के सैंपल लिए गए थे। जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। अगर कोई मरीज पाजीटिव मिलता है तो उसके लिए हम तैयार है। दोनों ही अस्पतालों में अलग से वार्ड है। मरीजों की मिलने की स्थिति में केवल मार्ग अलग कर दिए जाएंगे। डाक्टरों का कहना है कि इस बीमारी से डरने की जरुरत नहीं है बस अपना और अपने परिवार का ध्यान रहे रखें। अधिक समय तक अगर सर्दी, जुखाम या खांसी है तो तुरंत डाक्टर से सलाह लें। इस संक्रमण के लिए शासन ने अभी तक कोई अलग से गाइड लाइन जारी नहीं की है।
कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ
डाक्टरों ने बताया कि कोविड 19 एक श्वसन संबंधी बीमारी है जो एक प्रकार के कोरोनावायरस के कारण होती है। इसके लक्षण हल्के और सर्दी-जुकाम से लेकर गंभीर और जानलेवा तक हो सकते हैं। कोरोनावायरस से आम सर्दी-जुकाम होता है। लेकिन 2019 में एक नए कोरोनावायरस ए सरस- कोव-2 ने मनुष्यों को संक्रमित करना शुरू कर दिया और गंभीर बीमारी का कारण बना। महामारी के चरम पर जब कोविड दुनिया भर में फैल रहा था तो इस बीमराी से लाखों लोग मारे गए हैं। महामारी की शुरुआत के बाद से चिकित्सा पेशेवरों की समझ बहुत बढ़ गई है। वायरस खुद भी बदलता रहता है . हम अभी तक अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा और अब ओमिक्रॉन के वेरिएंट से गुज़रे हैं। वैज्ञानिकों ने ऐसे उपचार और टीके विकसित किए हैं जिनसे अस्पताल में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या कम हुई है। लेकिन कोविड अभी भी खत्म नहीं हुआ है। यह अभी भी आपको गंभीर रूप से बीमार कर सकता है। ऐसे लक्षण पैदा कर सकता है जो महीनों या सालों तक बने रहते हैं और जानलेवा भी हो सकते हैं।
इसके लक्षण
नए कोरोना वायरस से बीमार हुए लोगों में बुखार, गला खराब होना, सिरदर्द, थकावट (थकान), शरीर में दर्द, ठंड लगना, भरी हुई या बहती नाक, खाँसी, सांस लेने में कठिनाई, गंध और स्वाद की अनुभूति का नष्ट होना या उसमें परिवर्तन होना, सोचने और ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई, पाचन संबंधी लक्षण, जैसे दस्त, मतली और उल्टी। इसके अलावा कुछ लोगों में कोई लक्षण नहीं दिखते लेकिन फिर भी वे वायरस फैला सकते हैं।

KhabarKaAsar.com
Some Other News

कुछ अन्य ख़बरें

error: इस पेज की जानकारी कॉपी नहीं की जा सकती है|
Scroll to Top