राहतगढ़-खुरई-खिमलासा-मालथौन मार्ग को नेशनल हाईवे बनाने की मांग, पूर्व गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह ने नितिन गडकरी को लिखा पत्र
67.60 किमी लंबे मार्ग को टू-लेन विद पेव्ड शोल्डर किए जाने की मांग
सागर। प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री और खुरई विधायक भूपेन्द्र सिंह ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर सागर जिले के राहतगढ़-खुरई-खिमलासा-मालथौन मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने की मांग की है। उन्होंने इस मार्ग को टू-लेन विद पेव्ड शोल्डर बनाकर इसकी स्वीकृति प्रदान करने का अनुरोध किया है।
भूपेन्द्र सिंह ने अपने पत्र में बताया कि यह मार्ग मध्यप्रदेश के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिसकी कुल लंबाई 67.60 किमी है। यह सड़क न केवल प्रदेश की राजधानी भोपाल को झांसी और कानपुर जैसे महत्वपूर्ण शहरों से जोड़ती है, बल्कि यह राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 146 और स्वर्णिम चतुर्भुज योजना के अंतर्गत आने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 44 को भी आपस में जोड़ने का कार्य करेगी।
पूर्व गृहमंत्री ने पत्र के साथ इस मार्ग का विस्तृत नक्शा भी केंद्रीय मंत्री को भेजा है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि जुलाई 2001 में गडकरी जी से हुई भेंट में इस मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने की सैद्धांतिक सहमति पहले ही मिल चुकी थी।
उन्होंने यह भी कहा कि इस मार्ग के राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित होने से न सिर्फ सड़क चौड़ीकरण होगा, बल्कि इस मार्ग से जुड़े अन्य संपर्क मार्ग भी व्यवस्थित रूप से जोड़े जा सकेंगे। इससे मालथौन और खुरई जैसे क्षेत्रों से भोपाल या झांसी इलाज के लिए जाने वाले मरीजों को तेज और सुगम यातायात सुविधा मिलेगी, जिससे आपातकालीन परिस्थितियों में समय की बचत होगी।
पूर्व गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह ने आशा जताई कि केंद्र सरकार इस मांग पर शीघ्र सकारात्मक निर्णय लेगी जिससे क्षेत्र के लाखों नागरिकों को सीधा लाभ मिल सकेगा।