थाना गोपालगंज पुलिस ने उत्कृष्ट कार्य करते हुए दो घंटे के भीतर लापता बच्चों को सकुशल परिजनों को सौंपा
पुलिस कंट्रोल रूम एवं स्मार्ट सिटी के सीसीटीवी कैमरों से मिली मदद
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियो द्वारा सर्वोच्च प्राथमिकता से बच्चों को ढूंढने हेतु किया गया था निर्देशित
सागर। थाना गोपालगंज क्षेत्र में शनिवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई जब दो मासूम बच्चे, उम्र क्रमशः 4 वर्ष और 5 वर्ष, घर से बिना बताए लापता हो गए। बच्चों के अचानक गायब होने से परिवारजनों एवं मोहल्ले में हड़कंप मच गया। घबराए परिजन पड़ोसियों एवं परिचितों के साथ तत्काल गोपाल गंज थाना पहुंचे और पुलिस से सहायता की गुहार लगाई।
सूचना मिलते ही गोपालगंज थाना प्रभारी राजेंद्र सिंह कुशवाह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों एवं पुलिस कंट्रोल रूम को अवगत कराया। तत्पश्चात पुलिस अधीक्षक सागर विकाश कुमार शाहवाल एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सागर लोकेश कुमार सिन्हा द्वारा बच्चों की तलाश को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए सभी आवश्यक कदम उठाने हेतु निर्देशित किया गया।
पुलिस के अनुसार, निर्देशों के परिपालन में विभिन्न पुलिस अधिकारियों के निर्देशन में अलग-अलग विशेष टीमें गठित कर बच्चों की तलाश शुरू की गई। पुलिस ने स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत शहर में लगे सीसीटीवी कैमरों तथा पुलिस कंट्रोल रूम में लगे कैमरों की सहायता से बच्चों की मूवमेंट का विश्लेषण किया। साथ ही कंट्रोल रूम के माध्यम से बच्चों के फोटो सभी थाना क्षेत्रों एवं गश्ती दलों को भेजकर व्यापक स्तर पर अलर्ट जारी किया गया।
सक्रियता, त्वरित समन्वय एवं निरंतर प्रयासों के फलस्वरूप मात्र दो घंटे के भीतर दोनों बच्चों को सकुशल बरामद कर लिया गया। बरामदगी उपरांत थाना परिसर में बच्चों की पहचान सुनिश्चित कर आवश्यक औपचारिकताएं पूर्ण करते हुए उन्हें उनके परिजनों के सुपुर्द किया गया। बच्चों के सकुशल मिलने पर परिजनों की आंखों में राहत के आँसू छलक पड़े। परिजनों एवं स्थानीय नागरिकों ने पुलिस टीम के इस संवेदनशील एवं त्वरित प्रयास की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
इस अवसर पर थाना प्रभारी, सागर थाना, गोपालगंज ने कहा:
“जनसहयोग से ही पुलिसिंग को और अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है। पुलिस हर परिस्थिति में जनता के साथ खड़ी है और हर संकट में त्वरित सहायता प्रदान करने के लिए सदैव तत्पर है।”
सागर थाना पुलिस की इस तत्परता ने एक बार फिर यह प्रमाणित कर दिया है कि सजगता, तकनीक और समन्वित टीम वर्क के माध्यम से किसी भी चुनौतीपूर्ण परिस्थिति का समाधान संभव है।