Monday, December 15, 2025

MP में 6 तहसीलों को नया जिला बनाने की संभावनाएं: पुनर्गठन आयोग पर टिकी निगाहें

Published on

MP में 6 तहसीलों को नया जिला बनाने की संभावनाएं: पुनर्गठन आयोग पर टिकी निगाहें

मध्यप्रदेश के सभी जिलों, तहसीलों और ब्लॉक की सीमाएं तय करने के लिए एक आयोग का गठन सरकार द्वारा किया जा चुका है। पुनर्गठन आयोग के अध्यक्ष के रूप में रिटायर्ड आईएएस मनोज श्रीवास्तव को नियुक्त किया गया है। आयोग को जिम्मेदारी दी गई है कि प्रदेश में संभाग, जिले, तहसील, विकासखंड का नए सिरे से सीमांकन कर रूपरेखा तैयार करें।

क्या दो महीने में हो पाएगा परिसीमन

राज्य सरकार की ओर से लगातार दावा किया जा रहा है कि वह पुनर्गठन का काम 2 महीने में पूरा कर लेगी। हालांकि, इस कई जानकारों का मानन है कि यह लंबी प्रक्रिया है। इसमें अभी काफी समय लगने की गुंजाइश है। मध्यप्रदेश में कुल 10 संभाग है। जिसमें 56 जिले और 430 तहसीलें हैं। नई सीमाओं को तय करने के लिए हर संभाग, जिले, तहसील और ब्लॉक लेवल पर रिपोर्ट मांगी जाएगी। फिर उसको देखकर मंथन किया जाएगा। इसके बाद देखा जाएगा कि जिला मुख्यालय से तहसील या ब्लॉक से कितनी दूरी है। इसके साथ ही क्या-क्या विसंगतियां है। आयोग को देखना होगा कि राजस्व, वन, नगरीय निकाय और पंचायत विभाग समन्वय कैस किया जा सकता है। सभी सीमाओं अध्यन करने के बाद ही फाइनल रिपोर्ट तैयारी की हो पाएगी।
देश का दूसरा सबसे बड़ा राज्य है मध्यप्रदेश

मध्यप्रदेश को क्षेत्रफल के हिसाब से देखा जाए तो यह दूसरा सबसे बड़ा राज्य है। यहां पर जिला, तहसील और ब्लॉक के नए सिरे से गठन करने की मांग की जा रही है। इसमें कई विसंगतियां हैं। बीते कई सालों में नए जिले और तहसील के गठन के बाद और विसंगतियां बढ़ गई है। सीएम डॉ मोहन यादव ने कहा कि जब हमने सरकार बनाई तो हमने इस बात पर ध्यान दिया कि मध्यप्रदेश भौगोलिक दृष्टि से भारत का दूसरा सबसे बड़ा राज्य है। उसका क्षेत्रफल तो है लेकिन इसमें समय के साथ कुछ कठिनाइयां भी आई हैं। जिले तो बढ़ गए हैं, लेकिन सीमाओं को लेकर विसंगतियां हैं।

ये 6 तहसीलें बनेंगी जिला?

परिसीमन के दौरान कई जिले और तहसीलें बन सकती हैं। भौगोलिक दृष्टि से बीना, चाचौड़ा, खुरई, जुन्नारदेव, लवकुशनगर और मनावर को जिला बनाने की मांग लगातार उठ रही है। पुनर्गठन आयोग बनने से पहले इस पर विचार किया जा सकता है। क्योंकि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव पहले भी कह चुके हैं कि कई टोले, मजरे और पंचायतों के लोगों को जिला, संभाग, तहसील विकासखंड तक पहुंचने के लिए 100-150 किलोमीटर तक के चक्कर लगाने पड़ते हैं। ऐसे क्षेत्रों से दूसरे जिले, संभाग, विकासखंड और तहसील मुख्यालय नजदीक हैं। कई संभाग बड़े-छोटे हो गए हैं। ऐसे में विसंगतियों को दूर करने के लिए नया परिसीमन आयोग बनाया गया है।

Latest articles

कोतवाली इलाके में बदमाशों का उपद्रव, पीड़ितों से मिले समाजवादी चिंतक रघु ठाकुर, IG को ज्ञापन होगा

कोतवाली इलाके में बदमाशों का उपद्रव, पीड़ितों से मिले समाजवादी चिंतक रघु ठाकुर, IG...

मोतीनगर पुलिस की अपराध के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाहियां, मारपीट-तोड़फोड़, नाईट कॉम्बिंग अभियान एवं ट्रैक्टर-ट्रॉली चोरो की धरपकड़

मोतीनगर पुलिस की अपराध के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाहियां, मारपीट-तोड़फोड़, नाईट कॉम्बिंग अभियान एवं ट्रैक्टर-ट्रॉली...

बीजेपी संगठन में बड़ा फैसला: नितिन नबीन बने राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष

बीजेपी संगठन में बड़ा फैसला: नितिन नबीन बने राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष छत्तीसगढ़ के भाजपा के...

सागर की बेटी ने रचा इतिहास: प्रतिभा सिंह बनीं नेशनल पिस्टल शूटिंग टीम में पहुंचने वाली पहली महिला

सागर की बेटी ने रचा इतिहास: प्रतिभा सिंह बनीं नेशनल पिस्टल शूटिंग टीम में...

More like this

कोतवाली इलाके में बदमाशों का उपद्रव, पीड़ितों से मिले समाजवादी चिंतक रघु ठाकुर, IG को ज्ञापन होगा

कोतवाली इलाके में बदमाशों का उपद्रव, पीड़ितों से मिले समाजवादी चिंतक रघु ठाकुर, IG...

मोतीनगर पुलिस की अपराध के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाहियां, मारपीट-तोड़फोड़, नाईट कॉम्बिंग अभियान एवं ट्रैक्टर-ट्रॉली चोरो की धरपकड़

मोतीनगर पुलिस की अपराध के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाहियां, मारपीट-तोड़फोड़, नाईट कॉम्बिंग अभियान एवं ट्रैक्टर-ट्रॉली...

बीजेपी संगठन में बड़ा फैसला: नितिन नबीन बने राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष

बीजेपी संगठन में बड़ा फैसला: नितिन नबीन बने राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष छत्तीसगढ़ के भाजपा के...