मध्यप्रदेश के रीवा में एयरपोर्ट का लोकार्पण: विंध्य के विकास को मिलेगा नया आयाम
रीवा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बनारस से वर्चुअल माध्यम से रीवा एयरपोर्ट का लोकार्पण कर प्रदेश वासियों को एक महत्वपूर्ण सौगात दी। इस अवसर पर रीवा में मुख्यमंत्री मोहन यादव, उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला और कई अन्य मंत्रियों की उपस्थिति में कार्यक्रम आयोजित किया गया। रीवा जिले की जनता लंबे समय से इस एयरपोर्ट की प्रतीक्षा कर रही थी, और अब यह एयरपोर्ट बनकर तैयार हो चुका है, जिससे स्थानीय लोग बेहद उत्साहित हैं। व्यावसायिक और औद्योगिक जगत से जुड़े लोगों ने इसे विकास की बड़ी उपलब्धि माना है। वहीं आम जनता हवाई जहाज को रीवा की धरती पर उतरते और उड़ान भरते देखने के ख्याल से ही काफी प्रसन्न है।
रीवा से लगभग 12 किलोमीटर दूर स्थित इस एयरपोर्ट का निर्माण हो चुका है, और यह मध्य प्रदेश की छठवीं हवाई पट्टी बनने जा रही है। एयरपोर्ट के शुरू होने से न केवल रीवा बल्कि पूरे विंध्य क्षेत्र में विकास को नया आयाम मिलेगा। हवाई सेवा के कारण औद्योगिक विकास, सांस्कृतिक गतिविधियों, पर्यटन, कृषि आधारित उद्योग, और शिक्षा एवं स्वास्थ्य क्षेत्रों में तेजी से प्रगति होगी।
शुरुआत में 19 सीटर विमान
प्रारंभ में रीवा एयरपोर्ट से दो फ्लाइट्स संचालित होंगी। एक फ्लाइट भोपाल से खजुराहो होते हुए रीवा पहुंचेगी और फिर सिंगरौली जाएगी, जबकि दूसरी फ्लाइट रीवा से जबलपुर होते हुए भोपाल के लिए उड़ान भरेगी। फिलहाल, फ्लाय बिग नामक कंपनी 19 सीटर विमान चलाएगी। इसके बाद 5 नवंबर को 72 सीटर विमानों के संचालन के लिए बिड प्रक्रिया होगी।
निर्माण का सफर
रीवा की चोरहटा हवाई पट्टी के विस्तार के साथ रीवा एयरपोर्ट का निर्माण किया गया है, जिसका शिलान्यास 15 फरवरी 2023 को हुआ था। 500 करोड़ रुपये की स्वीकृति के साथ, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने लगभग डेढ़ साल में इस एयरपोर्ट का निर्माण कार्य पूरा किया। इसके लिए 323 एकड़ जमीन 99 साल की लीज पर दी गई है, जिसमें चोरहटी, उमरी, चोरहटा, अगडाल और पतेरी गांव की भूमि शामिल है। रनवे का विस्तार कर इसे 2300 मीटर लंबा बनाया गया है, साथ ही सुरक्षा और सुविधाओं के लिए सभी आवश्यक निर्माण पूरे कर लिए गए हैं।
विकास के नये अवसर
एयरपोर्ट के शुरू होने से विंध्य क्षेत्र में उद्योग, पर्यटन, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए नए अवसर उत्पन्न होंगे। खासकर, विंध्य के प्रमुख जिलों के निवासियों को देश के प्रमुख शहरों से जुड़ने की सुविधा मिलेगी। रीवा के हवाई मार्ग से जुड़ने से क्षेत्र के छात्रों, व्यापारियों और पेशेवरों को विशेष लाभ मिलेगा। सिंगरौली, सतना, सीधी और मैहर जैसे जिलों में बसे लोगों को हवाई यात्रा के माध्यम से देश के अन्य हिस्सों तक आसानी से पहुंचने का अवसर मिलेगा।
विंध्य क्षेत्र में समृद्ध खनिज और वन संपदा है, जिससे यहां उद्योगों और पर्यटन के विकास की अपार संभावनाएं हैं।