सत्य अहिंसा के पुजारी, आप फोटो में भी नोटों में भी

सत्य अहिंसा के पुजारी, आप फोटो में भी नोटों में भी -फुसकेले
सागर। प्रगतिशील लेखक संघ सागर इकाई की गोष्टी अध्यक्ष टीकाराम त्रिपाठी की अध्यक्षता में हुई। गोष्ठी में महासचिव पैट्रिस फुसकेले के द्वारा अलंकरण समारोह के बारे में वक्तव्य दिया गया  टीकाराम त्रिपाठी के द्वारा वक्तव्य दिया गया कि स्मृति शेष साहित्यकार महेंद्र फुसकेले की तृतीय पुण्यतिथि पर दिनांक 13 अक्टूबर रविवार को सरस्वती वाचनालय में स्मृति समारोह
का आयोजन किया गया है‌ जिसमें प्रसिद्ध लोक गीत गायक, कवि  हरगोविंद विश्व को महेंद्र फुसकेले स्मृति साहित्य अलंकरण 2024 से सम्मानित किया जावेगा। गोष्टी के द्वितीय सत्र में रचनाकारों ने रचना पाठ किया ।रचनाकार संतोष श्रीवास्तव विद्यार्थी -बापू के मधुरम सपनों का फैला भारत महान, डॉ शरद सिंह- खारा है समुद्र ये मत सोचो जिनके आंसू नहीं झड़ते वो नहीं रोते , हरगोविंद विश्व –
थोड़ा तो ठहर जाते गोरे और जिन्ना, पैट्रिस फुसकेले -सत्य अहिंसा के पुजारी ,आप फोटो में भी नोटों में भी, ममता भूरिया- तस्वीर में सजा दो कितने भी रंग, सुमन झुडेले -मर गई संवेदनाएं , आशीष सिंघई निशंक -इंकलाब के नारों का नेतृत्व बने मेरी कविता, रचनाकार आनंद अकेला -ज्योति झुड़ेले, डॉ नमृता फुसकेले ,डॉ अनिल जैन ,वीरेंद्र प्रधान , निरंजना जैन ,मनी देव ठाकुर ,वृंदावन राय सरल ,मुकेश तिवारी डॉ दिनेश साहू ,सतीश पांडे  ,देवेंद्र सिंघ‌ई, डॉ गजाधर सागर, पी आर मलैया,प्रभात कटारे ,आशा जैन इत्यादि रचनाकारों ने कविता, गजल ,लघु कथा ,दोहा का वाचन किया ।गोष्ठी का संचालन सतीश पांडे ने किया ।आभार मुकेश तिवारी ने व्यक्त किया ।गोष्ठी में कवि शैलेंद्र दुबे सिर दर्द खूर‌ई एवं कौशल कुमार जैन सिलवानी के आकस्मिक निधन पर श्रद्धांजलि दी गई।

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