नागरिकों की जीवन गुणवत्ता को बेहतर बनाना ही स्मार्ट सिटीज मिशन का ध्येय- कलेक्टर संदीप जी.आर.
नवागत कलेक्टर सह अध्यक्ष सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड श्री संदीप जी.आर. ने स्मार्ट सिटी कार्यालय में समस्त परियोजनाओं की बिंदूवार समीक्षा की
सागर। सागर स्मार्ट सिटी कार्यालय में आयोजित समीक्षा बैठक में नवागत कलेक्टर सह अध्यक्ष सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड श्री संदीप जी.आर. ने निगमायुक्त सह कार्यकारी निदेशक एवं सीईओ स्मार्ट सिटी श्री राजकुमार खत्री के साथ स्मार्ट सिटी परियोजनाकार्यों की बिंदूवार समीक्षा की।
उन्होंने कहा की शहर के नागरिकों की जीवन गुणवत्ता को बेहतर बनाना ही स्मार्ट सिटीज मिशन का ध्येय है सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा नागरिकों की सुविधा के लिए इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर, वृद्धाश्रम, ओपीडी रजिस्ट्रेशन एंड वेटिंग हॉल, खेल परिसर, सिटी स्टेडियम, पार्क एंड प्ले ऐरिया, वॉटर कूलर एंड प्यूरीफायर, एसएमसी बिल्डिंग, हैरिटेज साईट्स म्यूजियम, बावड़ी, आंगनबाड़ी, सीसीटीवी सर्विलांस, सोलर सिस्टम आदि अन्य कई बेहतर परियोजनाओं के माध्यम से विकासकार्य किये गये हैं। नागरिकों को और बेहतर सुविधाओं का लाभ मिले हमारा यह प्रयास होना चाहिए।
वृद्धाश्रम संचालन की जानकारी लेते हुए उन्होंने कहा की गरीब असहाय वृद्धजन हेतु यहां व्यवस्थाएं की गई हैं शहर में ऐसे भी वृद्धजन होंगे जिनके बच्चे किन्ही कारणों से दूसरे शहरों या विदेश में हैं ऐसे अकेले जरूरतमंद वृद्धजन हेतु भी वृद्धाश्रम में व्यवस्थाएं करें। सभी का जीवन आसान हो और मनोरंजन से आनंदमय बने इसके लिए यहां एक क्लबहाउस बनाएं जहां वृद्धजन कैरम, कार्डस, चैस स्नूकर आदि इंडोर खेलों सहित योगक्रिया, समूह वार्तालाप आदि कर अपना समय आराम से प्रसन्नता के साथ व्यतीत कर सकें।
मटेरियल रिकबरी एंड फेसिलिटेशन सेंटर के संचालन को और बेहतर बनाने के लिए उन्होंने कहा की शहर के रेगपिकर्स, कचरा बीनने वालों को इससे जोड़े उन्हें प्रशिक्षित करें आईडी कार्ड दें और उन्हें कचरे को पुनः उपयोगी पदार्थ तैयार करने में माहिर बनाएं इससे उन्हें रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे साथ ही सेंटर का संचालन बेहतर होगा।
राजघाट पर स्थापित एक मेगावॉट के सोलर पावर प्लांट की समीक्षा करते हुए उन्होने कहा की भविष्य में ऊर्जा खपत और संसाधनों की सीमित उपलब्धता के बीच इलेक्ट्रिशिटी मांग को पूरा करने के लिए सोलर सिस्टम एक बेहतर समाधान है नगर निगम के ऐंसे सभी पुराने विद्युत कनेक्शन जो अनावश्यक हैं उन्हें चिन्हित कर तत्काल बंद करायें। और जहां आवश्यकता से अधिक क्षमता के कनेक्शन हैं उन्हें आवश्यक्तानुसार लोड पर शिफ्ट करायें। इससे बहुत हद तक विद्युत खपत हेतु किये जाने वाले भुकतान में कमी आयेगी और भार कम होगा।
उन्होंने इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में इंटीग्रेट विभिन्न सेवाओं की विस्तार से जानकारी लेते हुए बैठक में निर्देशित किया की स्मार्ट सिटी को सुंदर, स्वच्छ, सुरक्षित और व्यवस्थित होना चाहिए ताकि सागर अन्य शहरों के लिए एक उदाहरण बने। इसके लिए आईसीसीसी की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका है। यहां डिजास्टर वॉर्निंग एंड रिस्पांस सिस्टम की टीम, यातायात पुलिस की टीम, नगर निगम की टीम सहित अन्य विभागों की इंटीग्रेटेड सेवाओं हेतु एक्सपर्ट उपस्थित रहें। आईसीसीसी से रियल टाईम मॉनिटरिंग यहां उपस्थित ऑपरेटर्स द्वारा की जाये। शहर की सुरक्षा हेतु लगे सभी कैमरों को यहां इंटीग्रेट करें ताकि वनक्लिक में शहर की यथास्थिति देखी जा सके। कचरा कलेक्शन वाहनों की मॉनीटरिंग भी रियलटाईम हो। प्रत्येक कचरा वाहन चालक से सीधे संपर्क हेतु रेडियो वॉकी टॉकी, वायरलेस आदि से कनेक्ट करें ताकि रीयल टाईम निर्देश दिये जा सकें और स्वच्छता कार्यों को और प्रभावी बनाया जा सके। इसके साथ ही इंटेलीजेंट ट्रेफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत प्रत्येक चौराहे पर लगे पीए सिस्टम से एनाउंसमेंट कर यातायात नियमों के प्रति नागरिकों को 24 घंटे सचेत करें। जेब्रा क्रासिंग और स्टॉप लाइन आदि पर खड़े होने वाले वाहनों को तत्काल एनाउंस कर पीछे करायें। इसके साथ ही उन्होनें स्ट्रीट लाईट परियोजना, इन्क्यूबेशन सेंटर बिल्डिंग, कामकाजी महिला छात्रावास, ट्रांसपोर्ट नगर, रोड निर्माण, झील कायाकल्प आदि परियोजनाओं की विस्तार से समीक्षा कर प्रत्येक कार्य की रियल टाइम मॉनीटरिंग हेतु निर्देशित किया। उन्होंने इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का भी निरीक्षण किया।
बैठक में सीएफओ श्रीमती हेमलता पटेल, कंपनी सचिव श्री रजत गुप्ता, एग्जिक्यूटिव इंजीनियर सिविल श्री पूरनलाल अहिरवार, एग्जिक्यूटिव इंजीनियर विद्युत श्री अभिषेक सिंह राजपूत, सीए श्रीमती आकांक्षा जुनेजा, इंजी श्री दिनकर शर्मा सहित समस्त, सहायक यंत्री, उपयंत्री एवं पीएमसी के एक्सपर्ट उपस्थित रहे।