गर्लफ्रेंड बना रही थी शादी का दबाव तो उतार दिया मौत के घाट
भोपाल की शीतल शादी का दबाव बना रही थी इसीलिए बॉयफ्रेंड विनोद ने उसे मार डाला। पुलिस पूछताछ में उसने कहा, ‘मैं और शीतल 3 साल से रिलेशन में थे। अब वह शादी के लिए दबाव डालने लगी थी। साथ रहने का कहती थी। मैं इनकार करता तो पुलिस में शिकायत करने की धमकी देती थी। मैं परेशान रहने लगा था।’
हरियाणा के पलवल निवासी विनोद ठाकुर ने कहा, ‘मैं मुलाकात से पहले ही उसकी हत्या का मन बना चुका था।’शाहपुरा निवासी शीतल विनोद के साथ घूमने के लिए मनाली पहुंची थी। दोनों होटल केडी विला के कमरा नंबर 302 में रुके थे। 15 मई को विनोद ने उसकी हत्या कर दी। वारदात का खुलासा तब हुआ, जब विनोद होटल से चेक आउट करने लगा। उसे अकेला ही निकलता देख होटल स्टाफ ने शीतल के बारे में पूछताछ की। खुद को घिरता देख वह भाग निकला। स्टाफ ने बैग खोला तो शीतल की लाश निकली। बाद में मनाली पुलिस ने कपड़े पर लगे दाग से पहचान कर उसे गिरफ्तार कर लिया।
सोमवार तक रिमांड पर आरोपी
विनोद ठाकुर को हिमाचल प्रदेश की मनाली पुलिस ने शुक्रवार को कुल्लू कोर्ट में पेश किया था। 5 दिन की रिमांड मांगी। कोर्ट ने उसे सोमवार तक रिमांड पर भेज दिया। फिलहाल, पुलिस विनोद से पूछताछ में जुटी है।
इधर, शनिवार दोपहर परिजन एंबुलेंस से शीतल का शव लेकर शाहपुरा स्थित राजीव नगर पहुंचे। फिर भदभदा विश्राम घाट पर अंतिम संस्कार किया। 14 फरवरी को किया था प्रपोज। विनोद ने मनाली पुलिस को बताया- मैंने 14 फरवरी 2021 को शीतल को प्रपोज किया था। इससे पहले हमारी बातचीत सिर्फ चैटिंग के जरिए होती थी। इसके बाद हम फोन पर बातचीत करने लगे थे। मिलने की बात तय हुई तो दिसंबर 2023 में शीतल भोपाल से दिल्ली तक अकेले ही आई। दोनों की दिल्ली में मुलाकात हुई। यहां से धर्मशाला, शिमला, कुल्लू के बाद मनाली में साथ रहे। फिर दोनों साथ दिल्ली आए। यहां से शीतल भोपाल और मैं पलवल लौट आया था।
10 दिन साथ रहने के बाद दोनों अपने-अपने घर लौट गए। इसके बाद पिछले कुछ दिन से शीतल ही मिलने के लिए दबाव बना रही थी।
मैं डिलेवरी बॉय का काम करता हूं। ग्राहक अक्सर कॉल करते हैं, लिहाजा मेरा मोबाइल व्यस्त रहता है। इससे वह मुझ पर शक करती थी। अधिकार जमाते हुए किसी भी लड़की से बातचीत न करने की हिदायत देती थी। जब मिलने के लिए ज्यादा दबाव बनाया तो मैं राजी हो गया। कई जगह घूमने के बाद हम मनाली पहुंचे।
यहां घूमने की चॉइस भी उसी की थी। मनाली के होटल से चेक आउट से पहले शीतल कहने लगी कि वह घर नहीं लौटेगी। मेरे साथ ही रहेगी जबकि मैं चाहता था कि वह घर लौट जाए। इसी बात को लेकर हमारा विवाद हुआ। शीतल ने धमकी दी कि हमारे पर्सनल फोटो उसके पास हैं। अगर साथ नहीं रखा तो वह पुलिस में शिकायत दर्ज करा देगी। पुलिस के डर से मैंने उसे मौत के घाट उतार दिया। हालांकि, उससे मिलने से पहले ही मैंने मन बना लिया था कि अगर शीतल नहीं मानती है तो मैं उसे रास्ते से हटा दूंगा। मनाली से पहले 3 शहरों में भी गए
विनोद ने बताया-मैं शीतल से मिलने कई बार भोपाल जा चुका हूं। 13 मई को मनाली पहुंचने से पहले हम दोनों उज्जैन में मिले थे। वहां से मथुरा गए और फिर राजस्थान के सीकर में खाटू श्याम के लिए निकल पडे। 5 मई से 11 मई तक का समय इन्हीं तीन शहरों में गुजारा। खाटू श्याम दर्शन के बाद बस से हम दोनों मनाली पहुंच गए।
मैं शीतल की हत्या करने के बाद शव को बैग में भरकर ले जा रहा था। तभी होटल के स्टाफ को शक हो गया।
मनाली के डीएसपी केडी शर्मा ने कहा, ‘अब तक की पूछताछ में विनोद ने साफ किया है कि शीतल साथ रहने का दबाव बनाती थी। बात नहीं मानने पर दोनों के पर्सनल फोटो पुलिस को दिखाकर शिकायत दर्ज करने की बात कहती थी। आए दिन की धमकियों से वह त्रस्त हो चुका था। यही कारण था कि 15 मई को हुए विवाद के बाद उसने शीतल की हत्या कर दी।’