Wednesday, December 3, 2025

MP: जब मछली खाते समय गले में कांटा फस गया, डॉक्टर को इंडोस्कोपिक करनी पड़ी

Published on

spot_img

इंडोस्कोपिक पद्धति से मरीज को बिना बेहोश किये ओ पी डी में ही गले में फसा कांटा निकलते ही मरीज को राहत मिली
सागर। दरअसल 34 वर्षीय मरीज कमलेश गले मे भयंकर तकलीफ के साथ जिला अस्पताल दमोह पहुँचा। उनकी मुख्य समस्या कि मछली खाते वक़्त कांटा भी निगल लिया था। जिला अस्पताल के नाक कान गला रोग विशेषज्ञ एवं आरएमओ डॉं विशाल शुक्ला ने इंडोस्कोपिक पद्धति से मरीज को सरफेस अनेस्थेसिया में बिना बेहोश किये ओ पी डी में ही कांटा निकाल दिया। गले की हड्डी फिशबोन निकलते ही मरीज के चेहरे पर अमोल मुस्कुराहट आ गई।

मरीज कहते हैं इतनी बड़ी तकलीफ को सरकार द्वारा उपलब्ध कराये गये उपकरणों के माध्यम से डाँ साहब ने आसानी से ठीक कर दिया। सरकार और डॉं साहब को बहुत धन्यवाद।

Latest articles

थैले में मिली बच्ची अब पूरी तरह स्वस्थ, मासूम धड़कनों को BMC के डॉक्टर्स और नर्स की ममता ने दिया नया जीवन

  सागर। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स , नर्स और स्टाफ ने एक अनोखी मिसाल...

जनाक्रोश बढ़ने के बाद हरकत में आई केंट पुलिस, सट्टे के अड्डो पर धरपकड़ की

जनाक्रोश बढ़ने के बाद हरकत में आई केंट पुलिस, सट्टे के अड्डो पर धरपकड़...

More like this

थैले में मिली बच्ची अब पूरी तरह स्वस्थ, मासूम धड़कनों को BMC के डॉक्टर्स और नर्स की ममता ने दिया नया जीवन

  सागर। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स , नर्स और स्टाफ ने एक अनोखी मिसाल...
khabarkaasar
khabarkaasarhttps://khabarkaasar.com/
हिंदी पत्रकारिता के क्षेत्र में 2006 से सक्रिय विभिन्न समाचार पत्रों और मैगजीन में कार्यरत रहा हूँ बदलते परिवेश के साथ डिजिटल मीडिया तेजी से ग्रोथ पर हैं "खबर का असर डॉट डॉम" न्यूज़ वेबसाइट पर कार्य करते हुए लंबा अनुभव हो गया। यहां स्वतंत्र रूप से निष्पक्ष पत्रकारिता करने का अच्छा अवसर मिल, आप सब पाठकों का स्नेह और सहयोग रूपी व्यू हिट्स भी लाखों में दर्ज हो रहे हैं। केवल खबरो पर केंद्रित यह न्यूज़ वेबसाइट जनता की आवाज बन चुकी हैं।