जिले में मंत्री पद के 5 दावेदार, 2 विधायक चौथी बार जीते, 3 पूर्व मंत्री भी रेस में
सागर मुख्यायल का सूखा हो सकता हैं दूर !
सागर। विधानसभा चुनाव में भाजपा को एक तरफा बहुमत मिला हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के चुने जाने के बाद अब मंत्री मंडल के गठन को लेकर सर्गमी तेज हो गयी हैं। मंत्री मंडल में इस बार सागर जिले से 5 दावेदार हैं। बता दें जिले की 8 विधानसभाओं में से 7 पर भाजपा ने जीत हासिल की है। जिसमें 3 सीटों पर पूर्व मंत्री और दो सीटों पर लगातार चौथी बार भाजपा के विधायक जीते हैं। ऐसे में पिछली सरकार के 3 मंत्रियों के साथ अब 2 विधायक भी मंत्री पद की रेस में माने जा रहे हैं ।
सागर जिले की सागर सीट से भाजपा के शैलेंद्र जैन ने भी लगातार चौथी बार जीत का परचम लहराया हैं। वे भी इस बार मंत्री पद की रेस में शामिल हैं। ऐसा माना जा रहा हैं कि अपनी निर्विवाद छबि और नगर की जनता के करीबी रहने वाले शैलेन्द्र को पार्टी नजरअंदाज नही कर सकती वहीं नरयावली सीट अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित है। इस सीट पर लगातार भाजपा के प्रदीप लारिया ने चौथी बार जीत दर्ज की है। लारिया एससी वर्ग का चेहरा है। वहीं इसके अलावा रहली से लगातार 9 बार जीते और सबसे सीनियर विधायक गोपाल भार्गव और खुरई सीट से भूपेंद्र सिंह, सुरखी सीट से गोविंद सिंह मंत्री पद की रेस में शामिल हैं। अब देखना यह है कि मंत्री मंडल में सागर जिले से किस-किस को जगह मिलती है।
सागर मुख्यालय को मंत्री मिला तो 30 साल का सूखा होगा खत्म सागर विधानसभा सीट पर पिछले करीब 40 सालों से जैन विधायकों का कब्जा है। इस बार विधायक शैलेंद्र जैन ने कांग्रेस से प्रत्याशी अपनी बहू निधि जैन को हराया है। वे लगातार चौथी बार चुनाव जीतकर विधायक बने हैं। जिस कारण वे इस बार मंत्री पद के दावेदार हैं। पिछली बार भी मंत्री मंडल में शामिल करने की मांग को लेकर उनके समर्थकों ने आवाज उठाई थी। विधायक शैलेंद्र जैन भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के करीबी माने जाते हैं। इस बार उन्हें उम्मीद है कि वे मंत्री मंडल में जगह बना पाएंगे। यदि सागर सीट से विधायक शैलेंद्र जैन को मंत्री बनाया जाता है तो सागर मुख्यालय पर करीब 33 साल बाद मंत्री मिलेगा। नरयावली विधानसभा से विधायक प्रदीप लारिया ने इस बार के विधानसभा चुनाव में लगातार अपनी चौथी जीत हासिल की है। वे एससी वर्ग का बड़ा चेहरा माने जाते हैं। संगठन में मजबूत पकड़ हैं। लारिया पार्षद, महापौर और भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष समेत संगठन के अलग-अलग पदों पर रह चुके हैं। राजनीति में लंबा सफर और संगठन में अच्छा दखल होने के चलते इस बार नरयावली सीट से विधायक प्रदीप लारिया को मंत्री मंडल में शामिल किया जा सकता है।
सीनियर नेता गोपाल, पार्टी के संकट मोचन भूपेंद्र और सिंधिया ख़ेमे के गोविंद
भाजपा के 3 कद्दावर नेता भी मंत्री पद के दावेदार हैं। रहली सीट से गोपाल भार्गव ने इस बार के विधानसभा चुनाव में लगातार 9 वीं जीत हासिल की है। वे प्रदेश के सबसे सीनियर विधायक हैं। मंत्री के साथ वह नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके हैं। वरिष्ठता के चलते उन्हें विशेष पद मिलने की उम्मीद है। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष की सुगबुगाहट थम चुकी हैं वहीं खुरई सीट से विधायक भूपेंद्र सिंह लगातार 3 बार चुनाव जीते हैं। वह पिछली सरकार में नगरीय प्रशासन और गृह मंत्री रह चुके हैं और निर्विवाद छबि के धनी हैं वह पार्टी के लिए संकट मोचन माने जाते हैं। इसके अलावा सुरखी सीट से गोविंद सिंह राजपूत कांग्रेस से भाजपा में आने के बाद लगातार दूसरा चुनाव जीते हैं। गोविंद सिंह शिवराज सरकार में परिवहन एवं राजस्व मंत्री थे। वे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी माने जाते हैं।