सीएम शिवराज सिंह चौहान शनिवार को एक दिन के दौरे पर जबलपुर पहुंचे
जबलपुर। सीएम शिवराज सिंह ने जबलपुर में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी नड्डा के ससुर की प्रतिमा का अनावरण किया। इसके साथ वृक्षारोपण भी सीएम ने किया। इस कार्यक्रम में सीएम के साथ भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद वीडी शर्मा केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल कृषि मंत्री कमल सिंह पटेल भी मौजूद रहे। प्रतिमा का अनावरण करने के बाद सीएम स्व बनर्जी की संगोष्ठी कार्यक्रम में शामिल हुए। जे.पी नड्डा के ससुर स्वर्गीय सुभाषचंद्र बनर्जी 1951 से भारतीय जन संघ के सदस्य रहे हैं, जिनकी प्रतिमा सिविल लाइन लोहिया ल पास लगाई गई है।
स्वर्गीय सुभाषचंद्र बनर्जी की मूर्ति का अनावरण करने के दौरान शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि दिवंगत नेता सुभाषचंद्र बनर्जी का अभूतपूर्व योगदान रहा है जिसे कि कभी नहीं भुलाया जा सकता है। उनकी तपस्या के कारण ही जनसंघ और यह पार्टी स्थापित हुई है जो कि आज पूरे विश्व में अपना मुकाम हासिल कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिवंगत सुभाषचंद्र बनर्जी ऐसे जनसंघ नेता रहे हैं जिनका पूरा परिवार पार्टी के लिए समर्पित रहा है । मेरा सौभाग्य कि मुझे ऐसे महान नेता की मूर्ति का अनावरण करने का मौका मिला है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वर्गीय सुभाष चंद्र बनर्जी की पत्नी और जबलपुर की पूर्व सांसद जय श्री बनर्जी से भी मुलाकात की। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के ससुर स्वर्गीय सुभाषचंद्र बनर्जी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में भी लंबे समय तक काम किया है। 1967 में वे जबलपुर से लोकसभा का चुनाव भी लड़े थे, हालांकि उन्हें जीत हासिल नहीं हो पाई थी। स्वर्गीय सुभाषचंद्र बैनर्जी लगातार भारतीय जनसंघ और भाजपा में सक्रिय रहे। स्वर्गीय सुभाषचंद्र बनर्जी जबलपुर की पूर्व सांसद जय श्री बनर्जी के पति थे। 14 अगस्त 1921 को संस्कारधानी जबलपुर में जन्मे स्वर्गीय सुभाष चंद्र बनर्जी की शिक्षा क्रिश्चियन हाई स्कूल और तत्कालीन रॉबर्सन कॉलेज ( वर्तमान में महाकौशल कॉलेज) में हुई थी। स्वर्गीय सुभाष चंद्र बनर्जी एकनाथ जी रानाडे के सानिध्य में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्य बने। प्रचारक के रूप में 10 साल तक संघ के कार्य को छत्तीसगढ़ प्रांत में विस्तार प्रदान किया। 21 अक्टूबर 1951 को जनसंघ पार्टी की स्थापना के बाद पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के मार्गदर्शन में महाकौशल प्रांत एवं जबलपुर मे जन संघ को स्थापित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
स्वर्गीय सुभाषचंद्र बनर्जी ने 2 जुलाई 1956 में जय श्री बनर्जी से विवाह किया। जय श्री बनर्जी जबलपुर से सांसद रह चुकी हैं। 1967 में सुभाषचंद्र बनर्जी ने लोकसभा का चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें जीत नहीं मिल पाई। 1972 में स्वर्गीय सुभाषचंद्र बनर्जी ने गलगला स्थित जमीन का एक हिस्सा देकर जबलपुर में पहला सरस्वती शिशु मंदिर की स्थापना की। 26 जून 1975 से लेकर 21 मार्च 1977 तक आपातकाल के दौरान परिवार के पांच सदस्यों के साथ 19 माह तक जेल में रहे। 15 नवंबर 2000 को सुभाषचंद्र बनर्जी का निधन हो गया। जबलपुर के सिविल लाइन स्थित लोहिया पुल के पास लगी स्वर्गीय सुभाषचंद्र बनर्जी की मूर्ति को लेकर थोड़ा सा विवाद भी है। यह मूर्ति सार्वजनिक स्थान पर लग रही है, जबकि सुभाषचंद्र बनर्जी का सार्वजनिक जीवन से कोई नाता नहीं था । वह कभी भी चुने हुए जनप्रतिनिधि नहीं रहे हैं। हालांकि मूर्ति उनके परिवार के लोगों ने ही बनवाई है, लेकिन उसके अनावरण का खर्चा जबलपुर नगर निगम ने किया है।