खुदाई के दौरान करोंदा रेलवे स्टेशन के पास मिली वर्षों पुरानी तिजौरी, निकल सकता है कीमती सामान
ग्रामीणों ने किया छीनने का प्रयास, ठेकेदार ने पुलिस थाने में रखवाई तिजोरो सुरक्षित
सागर। बीना अन्तर्गत करोंदा रेलवे स्टेशन के पास खुदाई के दौरान वर्षों पुरानी तिजौरी मिली है और तिजौरी मिलने की सूचना मिलते ही ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। रेलवे लाइन बनाने के लिए खुदाई कर रहे कर्मचारियों से तिजौरी छीनने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन रेलवे अधिकारियों ने तिजौरी डंपर से बीना थाने में रखवा दी है।
बीना-झांसी के बीच तीसरी रेल लाइन डाली जा रही है। लाइन के लिए करोंदा स्टेशन के पास बनी रेलवे के पुराने भवन को तोड़कर खुदाई की जा रही थी। जेसीबी से खुदाई के दौरान पत्थरों के नीचे एक लोहे की तिजौरी दबी हुई मिली है। इसकी लंबाई, चौड़ाई और ऊंचाई तीन फीट है। तिजौरी में अंग्रेजों के समय का ताला भी लगा है। मौके पर मौजूद साइट सुपर वाइडर भूपेंद्र कुमार ने बताया कि तिजौरी मिलने की खबर मिलते ही बड़ी संख्या में गांव के लोग मौके पर पहुंच गए। वह खुदाई का काम कर रहे कर्मचारियों से तिजौरी देने की बात कर रहे थे, लेकिन कर्मचारियों ने रेलवे संपत्ति बताकर तिजौरी देने से मना कर दिया। इसके चलते गांव के लोग आक्रोशित हो गए। कर्मचारियों ने सूझबूझ का परिचय देते हुए जितौरी डंपर में लोड कराकर बीना थाने भेज दी। ग्रामीणों की मानें, तो अंग्रेजों के समय में इस प्रकार की तिजौरी में कीमती सामान रखा जाता था, इसलिए आशंका है कि इसमें भी कीमती सामान निकल सकता है।
डंपर का किया पीछा
सुपरवाइजर ने बताया कि उन्होंने जैसे ही डंपर पुलिस थाने लाने की तैयारी की गांव के लोग रोकने लगे, लेकिन ड्राइवर तेज रफ्तार में वहां से निकल आया। गांव के लोगों ने भानगढ़ तक पीछा किया। इसके चलते वह डंपर लेकर सीधे बीना थाना पहुंचे। थाना प्रभारी को पूरा मामला बताकर उन्होंने डंपर पुलिस की निगरानी में सुरक्षित रखवा दिया है।
आज खुलेगी तिजौरी
थाना प्रभारी कमल निगवाल ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से रेलवे लाइन डाल रहे ठेकेदार के कर्मचारी डंपर लेकर सीधे बीना थाने आ गए हैं। तिजौरी में क्या है, इस मामले में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। सुबह रेलवे अधिकारियों के आने के बाद तिजौरी खोली जाएगी।