MP : फैक्ट्री की बाउंड्री में लगी जाली में फैला करंट, एक महिला सहित 2 की मौत
शिवपुरी। कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत शिवपुरी पब्लिक स्कूल के पास शुक्रवार को एक महिला सहित दो लोगों की करंट लगने से मौत हो गई। इस मामले में फतेहपुर क्षेत्र में एक डामर-गिट्टी फैक्ट्री के संचालक की लापरवाही सामने आई है। दोनों मृतकों के परिजनों ने आरोप लगाए हैं कि डामर-गिट्टी फैक्ट्री के संचालक की लापरवाही से यह दोनों जान गई है। शिवपुरी कोतवाली पुलिस टीआई अमित सिंह भदौरिया ने बताया कि पुलिस ने मौके का मुआयना कर फैक्ट्री संचालक के खिलाफ मामला दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
शुक्रवार को बिजली का करंट लगने से एक महिला और एक नौजवान की मौत हो गई है। दोनों को गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल में लाया गया था, लेकिन डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। बताया जाता है कि 38 साल की रेखा धाकड़ पति हरिमोहन धाकड़ फतेहपुर क्षेत्र में शिवपुरी पब्लिक स्कूल के पास अपने फार्म की ओर अपने घर से पैदल जा रही थी। धाकड़ के कृषि फार्म का रास्ता डामर गिट्टी की फैक्ट्री से होकर गुजरता है। डामर गिट्टी के संचालक ने अपनी फैक्ट्री के चारों ओर लोहे की जाली लगा रखी है। इसी लोहे की जाली के गेट को हटाकर आगे का रास्ता तय करना होता है।
रेखा धाकड़ अपने फार्म की ओर जा रही थी, फैक्ट्री के गेट को छुआ तो उसे जोरदार बिजली का झटका लगा। रेखा दौड़ते करंट की चपेट में आने से जाली से ही चिपक कर रह गई। सूचना मिलते ही महिला के परिजन मौके पर पहुंचे गए और महिला को अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने रेखा धाकड़ को मृत घोषित कर दिया। रेखा धाकड़ के जेठ उदय सिंह धाकड़ ने बताया कि जब हम रेखा को लेकर अस्पताल पहुंचे तो यहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
दूसरे युवक रास्ते से निकल रहा था, वह भी आया चपेट में
बताया जा रहा है कि घटना स्थल से पवन शाक्य (23 वर्ष) पुत्र चिरौंजी शाक्य उस रास्ते से गुजर रहा था, वह भी लोहे की जाली में दौड़ते करंट की चपेट में आ गया। इस घटना में उसकी भी मौत हो गई। महिला मृतका रेखा धाकड़ के जेठ उदय सिंह धाकड़ ने बताया कि हमारे फार्म हाउस के पास रहने वाला पवन शाक्य मौके पर ही पड़ा हुआ था। मैंने देखा कि उसकी सांसे नहीं चल रही थी। कुछ ही देर बाद पवन को भी जिला अस्पताल में लाया गया था, लेकिन पवन को भी डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया फैक्ट्री संचालक और वर्कर ने समेट लिया तार…
बताया गया है कि फैक्ट्री के संचालक के द्वारा बिजली चोरी करने के लिए खुले रूप में बिजली के तारों को डाला हुआ था, जिस वक्त महिला और युवक को बिजली का करंट लगा था। इसके बाद जैसे ही फैक्ट्री पर काम कर रहे मजदूर और उनके प्रबंधन से जुड़े हुए लोगों को यह सूचना लगी तो उनके द्वारा महिला और युवक को अस्पताल न ले जाते हुए, बिजली के तारों को समेट लिया और मौके से फरार हो गए।