संविदा कर्मचारियों को सीएम शिवराज का तोहफा ,की बड़ी घोषणाएं

संविदा कर्मचारियों को सीएम शिवराज का तोहफा ,की बड़ी घोषणाएं

 

भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लंबे समय से चली आ रही संविदा कर्मचारियों की मांगों को पूरा करते हुए बड़े वर्ग को संदेश देने का काम किया है। उन्होंने भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित महापंचायत में एक-एक कर घोषणाओं की झड़ी लगा दी। अब प्रतिवर्ष होने वाला अनुबंध नहीं होगा। जिस पद पर वे काम कर रहे हैं, उसका उन्हें 90 नहीं, सौ प्रतिशत वेतन मिलेगा। नियमित कर्मचारियों की तरह अनुकंपा नियुक्ति की पात्रता होगी और सेवानिवृत होने पर ग्रेच्युटी भी मिलेगी। प्रदेश में सभी विभागों में करीब ढाई लाख संविदा कर्मचारी हैं। अच्छी खबर मिलने की उम्मीद में प्रदेशभर से संविदा कर्मचारी सुबह से मोतीलाल नेहरू स्टेडियम पहुंचने लगे थे। तीन बजे तक पंडाल पूरी तरह भर गया और बाहर भी बड़ी संख्या में कर्मचारी उपस्थित थे।

50 प्रतिशत नियमित पदों का मौका मिलेगा। अवकाश का लाभ भी मिलेगा। नियमित कर्मचारियों की तरह अवकाश भी मिलेंगे। प्रदर्शन के दौरान जो कार्रवाई हुई थी वह अब कोई नहीं होगी कोई वेतन नहीं कटेगा

 

स्वाभिमान के साथ रहेंगे ईमानदारी से काम करेंगे ग्रेच्यूटी की व्यवस्था रहेगी सीएम को अपने बीच पाकर संविदा कर्मचारियों में जबर्दस्त उत्साह नजर आया। सीएम के मंच पर पहुंचने के साथ ही संविदा कर्मचारियों ने नारा लगाया – ‘हमें गिफ्ट लौटना है, मामा को फिर लाना है।’

मुख्यमंत्री के मंच पर पहुंचते ही कर्मचारियों ने खड़े होकर नारे लगाने शुरू कर दिए, जो काफी देर तक चलते रहे। जोरदार अभिवादन से गद्गद मुख्यमंत्री ने भी दिल खोलकर संविदा कर्मचारियों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि आप लोग चाहे किसी विभाग से हों, पर आप सभी ने अद्भुत काम किया है। मुझे कहने में कोई हिचक नहीं है कि आप लोगों ने नियमित कर्मचारी से कदम से कदम मिलाकर काम किया है। आपकी क्षमता और कार्यकुशलता नियमित कर्मचारियों से रत्ती भर भी कम नहीं है, बल्कि कई मामले में अधिक है।

 

आज मप्र का जो भव्य स्वरूप बनकर तैयार हो रहा है, उसकी नींव के पत्थर संविदाकर्मी हैं। मैं आज यहां आपकी जिंदगी से अनिश्चितता समाप्त करने आया हूं और यह निर्णय कर रहा हूं कि संविदा कर्मचारियों की प्रतिवर्ष अनुबंध की प्रक्रिया समाप्त की जाती है। गर्दन पर तलवार लटकाकर यह कहना कि काम कर नहीं तो गर्दन कटी, ये मानवीय नहीं है। कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री डा. प्रभुराम चौधरी, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया, स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री इंदर सिंह परमार, पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल सहित सभी विभागों में कार्यरत संविदा कर्मचारी संगठनों के प्रांताध्यक्ष उपस्थित थे।

2.5 लाख से ज्यादा संविदा कर्मचारी हैं प्रदेश में सभी विभागों के

प्रदर्शन पर काटा गया वेतन वापस मिलेगा, केस भी नहीं चलेगा सीएम ने कहा, नियमित पदों पर होने वाली भर्ती में 50% आरक्षण संविदा कर्मचारियों को मिलेगा। अभी यह कोटा 20% है। सभी को राष्ट्रीय पेंशन योजना का लाभ मिलेगा, ताकि सेवानिवृति के बाद बाकी जीवन आसानी से गुजर सके। ग्रेच्युटी की व्यवस्था भी की जाएगी। स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ मिलेगा और अनुकंपा नियुक्ति की पात्रता भी मिलेगी। नियमित कर्मचारियों के समान मातृत्व सहित अन्य अवकाश की सुविधा दी जाएगी। एक और बड़ी राहत देते हुए उन्होंने घोषणा की कि प्रदर्शन के समय कर्मचारियों का जो वेतन काटा गया था, वह वापस किया जाएगा और कोई प्रकरण भी नहीं चलेगा।

‘हमें गिफ्ट लौटाना है, मामा को फिर लाना है’ के नारे लगे संविदा कर्मचारी संगठनों ने मुख्यमंत्री की घोषणाओं पर आभार जताया। संविदा अधिकारी-कर्मचारी महासंघ के प्रांताध्यक्ष रमेश राठौर ने कहा कि हमारी अपेक्षाएं पूरी हुई हैं। कार्यक्रम में कई बार यह नारा भी लगा कि ‘हमें गिफ्ट लौटाना है मामा को फिर लाना है’। यद्यपि कुछ संगठनों के प्रतिनिधियों का कहना है कि कुछ विभागों में मानदेय पर काम करने वाले कर्मचारियों को संविदा नहीं माना जा रहा है, उन्हें यह लाभ नहीं मिलेंगे, इस पर भी स्पष्ट प्रविधान होना चाहिए। कर्मचारियों का तर्क है कि प्रतिवर्ष उनकी सेवा अवधि एक वर्ष बढ़ाई जा रही है, लेकिन विभाग उन्हें संविदा नहीं मान रहा।

सीएम शिवराज ने पूरे प्रदेश में बहाई विकास की गंगा – प्रभुराम चौधरी

 

इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री डा. प्रभुराम चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि सगे भाइयों से भी बढ़कर हैं सीएम शिवराज सिंह चौहान। उन्‍होंने पूरे प्रदेश में विकास की गंगा बहाई है। आज हमारा प्रदेश पूरे देश में नंबर वन हो रहा है। एक समय था जब 500 रुपये में शिक्षाकर्मी पढ़ाने जाया करते थे। स्वास्थ विभाग में 33,000 कर्मचारी है।

गौरतलब है कि प्रदेश में ढाई लाख संविदा कर्मचारी हैं। रविवार को ही सामान्य वर्ग आयोग के अध्यक्ष शिव चौबे और कर्मचारी कल्याण समिति के अध्यक्ष रमेश चंद्र शर्मा के साथ संविदा कर्मचारी महासंघ के प्रतिनिधियों ने सीएम शिवराज से मुलाकात की थी। संविदा कर्मचारी नियमित कर्मचारियों के समान वेतन और अनुभव के आधार रिक्‍त पदों पर नियमितीकरण समेत अन्‍य मांगें कर रहे हैं। 

संविदा कर्मचारियों की सेवा निरंतर रखने के लिए उनसे प्रतिवर्ष स्व-मूल्यांकन प्रतिवेदन लिया जाता है। इसके आधार पर ही निर्धारित होता है कि सेवा निरंतर रखनी है या नहीं। इनसे जिस पद का काम लिया जाता है, उसका 90 प्रतिशत वेतन ही दिया जाता है।

ये हैं संविदा कर्मचारियों की मांगें

– समान पद समान वेतन की व्यवस्था लागू हो।

– संविदा कर्मचारियों को अनुभव के आधार पर रिक्त पदों पर नियमित किया जाए।

– स्वास्थ्य सुविधा के लिए अन्य कर्मचारियों की भांति पांच लाख रुपये तक स्वास्थ्य बीमा की सुविधा मिले।

– अनुकंपा नियुक्ति और ग्रेच्युटी की भी सुविधा मिले।

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