सागर के बहेरिया थाना क्षेत्र के ग्राम साईखेड़ा में युवक की आत्महत्या मामले में पुलिस ने जांच करते हुए मृतक की पत्नी, सास, ससुर और साले के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा में प्रकरण दर्ज किया है। आरोपी मिलकर मतक को परेशान कर रहे थे। पुलिस के अनुसार 25 मई को पिपरिया करकट के पास रेलवे ट्रैक पर युवक का शव मिला था। शव के जेब से मिले आधार कार्ड से मृतक ‘की’ पहचान कैलाश पुत्र धनप्रसाद अहिरवार उम्र 23 साल निवासी साईखेड़ा के रूप में हुई। मृतक ने ट्रेन के सामने लेटकर आत्महत्या की थी। पीएम के दौरान अस्पताल में मृतक की जेब से सुसाइड नोट मिला। जिसे पुलिस ने जब्त किया और मामले में मर्ग कायम कर जांच में लिया।
पत्नी को जेवर व सामान दिलाने ली लोन, फिर भी किया परेशान
जब्त सुसाइड नोट में मृतक ने लिखा था कि मेरी मौत की जिम्मेदार पत्नी दुर्गा, उसकी मम्मी, पापा और भाई रहेंगे। 15 हजार रुपए ऑपरेशन में दिए और 1.44 लाख रुपए की लोन निकाली थी। जिसका पूरा पैसा पत्नी दुर्गा के हाथ में दिया और डेढ लाख रुपए मिट गया। दुर्गा के भाई को 20 हजार का मोबाइल दिया। लेकिन वह बोलती थी कि तुम मर जाओ मेरे को दूसरी शादी करनी है। मृतक इंदौर में मजदूरी करता था। 25 मई की सुबह इंदौर से अपनी ससुराल गुगवारा आया था। जहां पति और पत्नी के बीच विवाद हुआ था तो पत्नी दुर्गा ने डायल-100 बुलवा ली। जब मृतक डायल 100 में बैठा तो उसके मां-बाप बोले कि उधर ही मर जाए तो अच्छा होगा। 15 हजार रुपए हर माह भेजने के लिए कहते थे। दुर्गा को माता-पिता साथ नहीं भेजते थे। दो बार दुर्गा ने बच्चा गिरा दिया तो उसमें 50 हजार रुपए का खर्चा हुआ। आदि बातें मृतक ने सुसाइड नोट में लिखी थी। मामले में पुलिस ने सुसाइड नोट जांच में लिया।
कोर्ट मैरिज करने के बाद ससुराल में रहता था में मृतक
घटनाक्रम में मर्ग जांच करते हुए बहेरिया पुलिस ने मृतक के परिवार वालों के बयान लिए। उन्होंने बयानों में बताया कि दो साल पहले कैलाश ने दुर्गा बाई अहिरवार निवासी गुगवारा के साथ कोर्ट मैरिज की थी। तभी से कैलाश अपनी ससुराल गुगवारा में रहने लगा था। दुर्गा घर नहीं आना चाहती थी। वहीं से कैलाश गुजरात व इंदौर में मजदूरी करने जाता रहता था। कैलाश फोन पर बताता था कि पत्नी दुर्गा जेवर बनवाने, घरेलू सामान खरीदने के लिए बार-बार परेशान करती है। मना करने पर उसके पिता नारायण, मां प्रेमरानी और भाई वीरेंद्र अहिरवार गालीगलौज करते है। जनवरी 2023 में घर आया और माता-पिता को हाल बताया। जिसके बाद मकान का पट्टा घर से ले जाकर गोपालगंज सागर स्थित फाइनेंस कंपनी से 1 लाख 58 हजार 375 रुपए की लोन ली। उन पैसों से पत्नी को जेवर व सामान खरीदा और फिर वह इंदौर काम करने चला गया। पत्नी मायके में रह रही थी।
25 मई को मृतक कैलाश इंदौर से अपनी • ससुराल गुगवारा गया था। जहां पत्नी से विवाद हुआ। इस पर ससुराल वालों ने पुलिस बुलाई। कैलाश को थाने भेज दिया। हालांकि शिकायत नहीं की और मामले में समझौता कर लिया। कैलाश को उसकी पत्नी, सास, ससुर और साला परेशान करते थे। जिससे तंग आकर कैलाश ने ट्रेन के सामने लेटकर आत्महत्या कर ली थी। मामले में पुलिस ने मृतक के माता-पिता और भाई के बयानों के आधार पर मृतक कैलाश की पत्नी दुर्गा, ससुर नारायण, सास प्रेमरानी और साला वीरेंद्र अहिरवार सभी निवासी गुगवारा के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा 306 के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है।