सागर/रहली। रहली क्षेत्र का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल रानगिर जहां पर मां हरसिद्धि देवी तीन रूपों में आज भी जहां दर्शन देती हैं बता दें कि रानिगर मंदिर में बनी गुम्मत के ऊपर रखा कलश गिरने से क्षेत्र मे उथल पुथल मच गया ग्रामीण क्षेत्र के लोगों ने बता की ना जाने कौन सी अप्रिय घटना क्षेत्र में घटने वाली है।
लेकिन वहां के पुजारियों एवं अधिकारियों का कहना है कि यह कलश पहले से क्षतिग्रस्त था और थोड़ा बचा तो बंदरों के उत्पात से गिर गया पहले मां हरसिद्धि देवी रानगिर के मठ के ऊपर बिजली गिरने से गर्भ गृह के ऊपर गुम्मत क्षतिग्रस्त हो चुकी है कल बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री आये थे जहां उन्होंने मां हरसिद्धि देवी की पूजन अर्चना भी किया था उन्होंने घंटो तक वहां समय भी व्यतीत किया। लेकिन सुरक्षा के मध्ये नजर देखा जाए तो आज कलश टूटने की घटना घटी अगर यह बीते दिन कल धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के यहां आने पर नहीं घटित हुई नही तो एक बड़ा हादसा हो सकता था। क्योंकि पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जब रानगिर के दर्शन करने पहुंचे थे तब प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम तो कर रखे थे। लेकिन उसके बावजूद लोगों की संख्या लगातार बढ़ती गई। और रानगिर में जनता का सैलाब उमड़ पड़ा था। ऐसे में यह घटना घटित होती तो फिर अफरा-तफरी का माहौल बन सकता था। बहर हाल लोगों का कहना यह भी है कि माता रानी की कृपा रही इसलिए घटना घटित नही हो पाई ना कोई जनहानि हुई ना ही बड़ा नुकसान हुआ।
कलश गिरने के संबंध में अधिकारियों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि सुबह सूचना लगी थी कि मंदिर का कलश क्षतिग्रस्त हो गया है मरम्मत का कार्य कराया जा रहा है फिलहाल बंदरों के उत्पात से क्षतिग्रस्त हो गई है मौके पर जाकर देखा- तहसीलदार राजेश पाण्डेय