डाॅ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र एवं समाजकार्य विभाग में “संवाद” श्रंखला का आयोजन

अकादमिक उत्कृष्टता के लिए एक आदर्श परिवेश बनाना है”– प्रो दिवाकर सिंह राजपूत
सागर। डाॅ हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर मध्यप्रदेश के समाजशास्त्र एवं समाजकार्य विभाग में “संवाद” श्रंखला की दूसरी पारी का शुभारंभ विभागाध्यक्ष प्रो दिवाकर सिंह राजपूत ने किया। प्रो राजपूत ने कार्यक्रम में शोधार्थियों से सीधे संवाद करते हुए कहा कि उत्कृष्ट परिवेश में अकादमिक उन्नयन के अवसर बढ़ जाते हैं। सभी अपनी बातों को साझा कर सकें और शोध के नये आयामों पर चर्चा करके बेहतर परिवेश निर्माण में सहयोग करें, इस हेतु “संवाद” श्रंखला को पुनः प्रारंभ किया गया है।
प्रो राजपूत ने अप्रैल 2017 में विभागाध्यक्ष के रूप में कुछ नूतन प्रयास और पहल किये गये थे- संवाद, विमर्श, समीक्षा, डाॅयलाग विद-इन सोशियोलाॅजी, देश के लिए, देशाटन आदि प्रमुख हैं । अप्रैल 2023 में विभागाध्यक्ष के रूप में दूसरी पारी की शुरुआत करते ही संवाद की दूसरी पारी भी प्रारंभ की है।


विभागाध्यक्ष के रूप में पहले सभी शिक्षकों से विभिन्न योजनाओं पर चर्चा की। सायं काल शोधार्थियों से सीधे संवाद किया । शोधकर्ताओं की प्रतिभाओं को निखारने के लिए उनको एक बेहतर मंच और अवसर देने की पहल की। प्रो दिवाकर सिंह राजपूत ने कहा कि “समय प्रबंधन, आत्म-मंथन, अकादमिक अनुशासन और ईमानदार कोशिश से आदर्श व्यक्तित्व को आकार देना है । और इस तरह हम सभी मिलकर डाॅ गौर के सपनों को साकार रूप देने में कुछ योगदान दे सकेंगे।
शोध छात्र छात्राओं ने भी अपने विचार, सुझाव, समस्याओं और समाधान पर चर्चा की ।
संवाद में ज्योति भारद्वाज, प्रियंका यादव, अनुराधा शुक्ला, अमरमणि त्रिपाठी, नेहा मालवीय, निधि दिनकर, प्रिया गर्ग, सौम्या पाण्डेय, अजय विश्वकर्मा, तरुण साहू आदि ने अपने विचार रखे। प्रो राजपूत ने कहा संवाद और समीक्षा की यह श्रंखला निरंतर चलती रहेगी।

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