विश्व कल्याण के लिये श्री सीताराम नाम जप महायज्ञ 1008 कुंडीय का आयोजन
महायज्ञ बाल्मीकि रामायण में उल्लेखित हवन प्रक्रिया के तहत संपन्न होगा- हीरा सिंह राजपूत
सागर। विश्व कल्याण के लिये श्री सीताराम नाम जप महायज्ञ 1008 कुंडीय का आयोजन 24 अप्रैल से 4 मई तक राजघाट के पास शारदा माता मंदिर के प्रांगण में किया होगा। यह महायज्ञ संत श्री आत्मानंददास जी त्यागी (नेपाली बाबा) के सानिध्य में संपन्न होगा। यह नेपाली बाबा का 151वां महायज्ञ है इसके पूर्व इस तरह के आयोजन नेपाल, बिहार, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ सहित मध्यप्रदेश के विभिन्न स्थानों पर हो चुके हैं। ग्राम सलैया में आयोजित होने वाला यह महायज्ञ अपने आप में अनूठा, भव्य और ऐतिहासिक होने वाला है। यज्ञ की तैयारियों के लिये 23 विभिन्न समितियां गठित की गईं हैं जो पिछले 1 माह से अपने अपने दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं।
श्री सीताराम नाम जप यज्ञ समिति के अध्यक्ष, जिला पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत ने बताया कि यह महायज्ञ बाल्मीकि रामायण में उल्लेखित हवन प्रक्रिया के तहत संपन्न होगा जिसमें 24 हजार श्लोक हैं। हवनकर्ता जोड़े-रामाये स्वाहा के मंत्र से आहुति देंगे जिसके लिये 1008 कुंड तैयार किये गये हैं प्रत्येक कुंड में 11 जोड़े सहित कुल 2376 धर्मप्रेमी श्रद्धालु एक समय में आहुति देंगे।
150 एकड़ भूभाग में इस महायज्ञ का आयोजन संपन्न होने जा रहा है जिसमें लगभग 5 एकड़ भूभाग में यज्ञशाला निर्मित की गई है। 24 अप्रैल को कलश यात्रा कार्यक्रम के तहत यज्ञ में शामिल जजमान व परिवार जन 1500 वाहनों के काफिले द्वारा बरमान जाकर नर्मदा जल लेकर आयेंगे। महायज्ञ के दौरान 1200 भजन मंडलियां श्री सीताराम नाम जप का गायन करेंगी। प्रतिदिन 50 हजार धर्मप्रेमी प्रसादी ग्रहण करेंगे और 5 मई को विशाल भंडारा आयोजित होगा। इस ऐतिहासिक धार्मिक आयोजन में क्षेत्र के विधायक एवं मध्यप्रदेश शासन के राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का लगातार सक्रीय सहयोग मिल रहा है और उनकी मंशा अनुरूप यह आयोजन अपने आप में नया कीर्तिमान रचेगा।
आयोजन समिति के अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत ने बताया कि पूर्व अनुभव एवं नेपाली बाबा जी के पूर्व आयोजनों की दृष्टि से लगभग 25 से 30 लाख धर्मप्रेमी बंधुओं द्वारा इस आयोजन में भागीदारी सुनिश्चित होगी।