शुक्रवार गुड फ्राइडे के अवसर पर शहर के सभी गिरजाघरो में विशेष प्रार्थनाएं हुई
सागर। शुक्रवार गुड फ्राइडे के अवसर पर शहर के सभी गिरजाघरो में विशेष प्रार्थनाएं हुई, शहर के अलग-अलग गिरजाघरों से क्रूस यात्रा निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में ईसाई समाज के लोग हाथों में क्रूस लेकर प्रार्थना करते हुए चल रहे थे। इस दौरान अलग-अलग 14 स्थानों पर अंतिम समय में प्रभू को दी गई प्रताड़नाओं को चित्रण किया गया। ज्योति भवन चर्च से शुरू हुई क्रूस यात्रा गोपालगंज से आइजी बंगला होते हुए ज्योति भवन चर्च पहुंचा। जुलूस के दौरान ईसाई समुदाय के छोटे बच्चे, युवा और वृद्ध सभी अपने हाथों में क्रूस लेकर चल रहे थे। इस दौरान कई महिलाएं धार्मिक मंत्र व गीत पढ़ते हुए प्रभू को याद कर रही थी। वहीं केंट क्षेत्र में में संत कैथोडिल चर्च से भी कूस यात्रा निकाली गई। यात्रा के समापन के दौरान चर्च परिसर में कई धार्मिक कार्यक्रम आयोजित हुए। पवित्र दुख भोग सप्ताह के चलते पिछले 40 दिनों से ईसाई समुदाय के लोगों द्वारा व्रत रखकर प्रार्थना की जाती है। यह सभी व्रत धारी क्रूस यात्रा निकालने के बाद जब चर्च पहुंचते हैं तो पवित्र क्रूस का चुंबन कर नीम के पत्तों से बनी हुई चटनी खाकर अपना व्रत पूरा करते हैं।
सेंट पाल ईएल चर्च में शुभ शुक्रवार के अवसर पर क्रूस पर से प्रभु यीशु मसीह के द्वारा कहीं गई अंतिम सात वाणियों पर विभिन्न वक्ताओं द्वारा मनन किया गया। पहली वाणी हे पिता इन्हें क्षमा कर क्योंकि यह नहीं जानते कि क्या कर रही हैं लूका 23:34 यह वाणी रेव्हरेंड जयंत सिंह मैथ्यूज द्वारा प्रचारी गई। चर्च सचिव ई वाय कुमार ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान चर्च परिसर में कई आयोजन किए गए गुड फ्राइडे के दिन प्रभु यीशू को क्रूस पर लटकाने के बाद वह तीसरे दिन जिंदा हो गए थे, जिसके चलते क्रिश्चियन समुदाय द्वारा रविवार को ईस्टर का पर्व मनाया जाता है। ईस्टर के उपलक्ष्य में चर्च में विशेष प्रार्थना सभा होगी जिसके बाद अगले दिन सभी चर्च में विशेष प्रार्थना सभा के बाद ईस्टर का पर्व मनाया जाएगा। ईस्टर पर मसीह समुदाय के लोग गिरजाघरों के साथ-साथ कब्रिस्तानों में पहुंचकर भी प्रार्थना करते हैं।