मध्यप्रदेश। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर से मिले आश्वासन के बाद फिलहाल सभी कर्मचारी काम पर लौट गए हैं। जिससे बिजली व्यवस्था सामान्य हो गई। कर्मचारी नेताओं ने चेतावनी दी है कि अब उनकी मांगों पर विचार नहीं किया तो बड़े पैमाने पर हड़ताल की जाएगी।
आउट सोर्स के कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से पूरी बिजली वितरण व्यवस्था चरमरा गई थी। लोगों की बिजली गुल होने के बाद दस-दस घंटे तक सुधार नहीं हो रहा था। पोल या ट्रांसफार्मर से फेस चले जाने की शिकायत की सुनवाई नहीं थी। लोग बिजली को लेकर बेहाल हो गए थे। इसके चलते ऊर्जा मंत्री ने कर्मचारियो से वार्ता की।
आंदोलन की माँगे
????आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का अारोप है कि भाजपा ने 2013 में जनसंकल्प किया था। आउटसोर्स कर्मचारियों का ठेके में संविलियन किया जाना था, लेकिन सरकार ने इस मांग को नहीं माना।
???? संविदा व आउट सोर्स कर्मचारियों की अनावश्यक निष्कषन कर प्रताड़ित किया जा रहा है।
???? 2015 के बाद से कर्मचारियों का वेतन नहीं बढाया गया है। श्रम कानून के अनुसार वेतन बढाया जाना चाहिए।
???? कर्मचारियों का दुर्घटना बीमा किया जाना चाहिए।
????उर्जा मंत्री से इन मांगो को पूरा किए जाने का आश्वासन मिला है।