शासकीय स्कूलो सहित नए शिक्षकों का दो दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न।
सागर। वर्तमान समय की आवश्यकताओ, लक्ष्यों के साथ बच्चों के मनोवैज्ञानिक स्तर को ध्यान में रखते हुए “स्कूल चले हम अभियान” विचार समिति एवं लर्निंग इनीशिएटिव फॉर इंडिया के सयुंक्त तत्वावधान में चलाया जा रहा है। जिसके अंतर्गत 6 शासकीय स्कूलों के साथ परिक्षेत्र से चयनित 12 शिक्षकों का दो दिवसीय प्रशिक्षण विचार कार्यालय में संम्पन्न हुआ। पायलट पार्टनरशिप के तहत 3 माह तक यह अभियान चलाया जा रहा है। लीफी संस्थान दिल्ली से आई प्रशिक्षक ‘नेहा अरोरा’ के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ।
दो दिवसीय प्रशिक्षण में मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मक परिणामों में वृद्धि (स्कूल में उपस्थिति और नए नामांकन में 10% की वृद्धि), कक्षा में छात्रों का बेहतर जुड़ाव, पाठों को सुविधाजनक और बेहतर बनाने के लिए नवीन रणनीतियों के बारे में चर्चा की गयी। परियोजना का मुख्य उद्देश्य कक्षा पहली से लेकर पांचवी तक के विद्यार्थियों के ज्ञानात्मक स्तर को कक्षा स्तर तक सुधारना है। प्रशिक्षक नेहा अरोरा ने प्रारंभिक परिचर्चा में शिक्षकों को ध्यानात्मक क्रियाओं से जोड़ा, कार्ड शीट पर अपने जीवन के गहरे अनुभवों को लिखकर सभी शिक्षकों ने क्रमशः व्यक्त किये। अगली कड़ी में सभी शिक्षकों को कहानी पढ़ाते समय ध्यान रखने योग्य मुख्य तत्वों से जोड़ा। इस प्रक्रिया को प्रारंभ करते हुए एक कहानी पढ़ाई। उन्होंने कहा कि कहानी सुनाते वक्त एक ऐसे परिदृश्य का निर्माण हो जाना चाहिए कि बच्चों की संकल्पना अपने आप में विकसित होने लगे। समिति सचिव आकांक्षा मलैया शिक्षकों को सलाह दी कि हमें केवल उन्हें पढ़ाना नहीं है बल्कि बच्चों को सिखाना है। द्वितीय दिवस में कक्षा प्रारम्भ से पहले की तैयारिया, माहौल बनाने पर जोर दिया। पढ़ाने की विधियाँ आई डू, वी डू, यू डू के माध्यम से बच्चो को ज्ञाननात्मक स्तर से जोड़ने की प्रक्रिया पर चर्चा की। इसके अलावा गणित को ठोस, चित्रण और अमूर्त तरीक़े से पढ़ाने के बारे में बताया। अभियान सहयोगी सयुंक्त संचालक मनीष वर्मा, बीआरसीसी ऑफिस से ऋषि सिंह राजपूत एवं अनिरुध्द डिम्हां के साथ परियोजना सहायक पूजा लोधी, लीफी क्षेत्रीय अधिकारी संजना कुर्मी मुख्य भूमिका में रही।