भाजयुमो जिलाध्यक्ष यश अग्रवाल के नेतृत्व में सावित्री बाई फुले की जंयती पर बालिका को वितरित की पठन-लेखन सामग्री
सावित्री बाई फुले देश की पहली महिला शिक्षिका थीं, जिन्होंने बालिकाओं को शिक्षित करने में अहम भूमिका निभाई – यश अग्रवाल
गजेंद्र ठाकुर ✍️। सागर। क्रांति ज्योति सावित्री बाई फुलेजी की जयंती के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी जिलाध्यक्ष गौरव सिरोठिया के आव्हान पर भारतीय जनता युवा मोर्चा अध्यक्ष यश अग्रवाल ने अनुसूचित जाति छात्रावास में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान सावित्री बाई फुलेजी के व्यक्तित्व व कृतित्व की जानकारी विद्यार्थियों को दी और बालिकाओं को पठन-लेखन की सामग्री भी वितरित की।
कार्यक्रम के संबोधित करते हुए भाजयुमो अध्यक्ष यश अग्रवाल ने कहा कि कई बालिकाओं और महिलाओं के लिए प्रेरणा बनीं सावित्रीबाई फुले देश की पहली महिला शिक्षिका थीं। जिन्होंने बालिकाओं को शिक्षित करने में अहम भूमिका निभाई। 3 जनवरी, 1831 को महाराष्ट्र के नायगांव में जन्मी सावित्रीबाई फुले ने जाति और लिंग पर आधारित भेदभाव के खिलाफ भी लंबी लड़ाई लड़ी। साथ ही उन्होंने अपने पति समाज सुधारक ज्योतिराव फुले के साथ मिलकर पुणे में पहला कन्या विद्यालय भी खोला था। उनका महिला शिक्षा और सशक्तिकरण में अहम योगदान है।
भाजयुमो अध्यक्ष अग्रवाल ने कहा कि केंद्र में नरेंद्र मोदी और मप्र में शिवराज सिंह की सरकार बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ अभियान के तहत न केवल बालिकाओं को शिक्षा का अधिकार दिया, बल्कि उनके अधिकारों की भी रक्षा करने का काम कर रही है। इस योजना का उद्देश्य बेटियों के प्रति सकारत्मक सोच को बढ़ावा देना है। ताकि वे भी पढ़ सके आगे बढ़ सकें। मप्र में शिवराज सिंह चौहान की सरकार भी लाड़ली लक्ष्मी योजना, लैपटॉप, साइकिल आदि कई योजनाओं को चलाकर बेटियों को सशक्त करने का काम भी कर रही है। आज इस स्कूल की कई बेटियां आगे चलकर इंजीनियर, डॉक्टर, अफसर समेत अन्य कई क्षेत्र में अपना नाम रोशन करेंगी। उन्होंने कहा कि सरकार बालिकाओं की शिक्षा को लेकर संवेदनशील है। इसी के चलते अलग-अलग योजनाओं के माध्यम से उन्हें आगे बढ़ाने का काम कर रही है। इस दौरान जिला महामंत्री श्री भानु राजपूत जी जिला उपाध्यक्ष श्री प्रतीक चोकसे जी, श्री शुभम नामदेव जी श्री अर्जुन सूर्यवंशी जी, श्री नितिन साहू जी मंडल अध्यक्ष श्री विकाश केसरवानी जी एवं युवा मोर्चा के पदाधिकारी उपस्थित रहे।