सागर। मकरोनिया जग्गू हत्याकांड के आरोपी मिश्रीचंद गुप्ता की होटल गिराने मंगलवार को प्रशासन ने इंदौर की 7 सदस्यी टीम बुलाई। होटल के पिल्लरों में छेद कर 60 डायनामाइट लगाए गए लेकिन अनुभव की कमी और लापरवाही के कारण 60 में से सिर्फ 2 डायनामाइट ही फटे । भाजपा नेता रहे मिश्रीचंद की होटल गिराने की कार्रवाई देखने मकरोनिया चौराहे पर तमाशबीनों की भीड़ लगी रही। ब्लास्टिंग दोपहर 2 बजकर 29 मिनट पर की गई, इसके 10 मिनट पहले ही मकरोनिया चौराहे पर आवागमन रोक दिया गया। मकरोनिया से बंडा रोड, नरसिंहपुर रोड, सदर रोड, सिविल लाइन रोड और एसएएफ बटालियन पांचों रोडों पर वाहनों की लाइनें लग गई। वाहनों के पहिए करीब आधे घंटे तक थमे रहे। वहीं पहली ब्लास्टिंग फैल होने के बाद पुलिस प्रशासन ने रोड को खोल दिया। वहीं विशेषज्ञों की टीम ने तार को समेटकर चैकिंग शुरू की और टीम के विशेषज्ञों ने दोबारा से ब्लास्टिंग करने की तैयारी शुरू कर दी। देखा।
इस पूरी कार्रवाई को देखने के लिए मकरोनिया सहित शहर के लोग भी मकरोनिया पहुंचे। चौराहे के दुकानदारों ने दुकाने बंद कर छतों पर चढ़कर तमाशा
गौरतलब है कि मकरोनिया में हुए जगदीश यादव हत्याकांड के आरोपी मिश्रीचंद गुप्ता की होटल को धरासायी करने के लिए प्रशासनिक अमला मंगलवार की सुबह से ही मौके पर पहुंच चुका था। होटल को बारूद से गिराने की तैयारियां की जा रहीं थीं, कलेक्टर दीपक आर्य, एसपी तरुण नायक, एसडीएम, तहसीलदार मौके पर पहुंचे और निरीक्षण किया। उन्होंने होटल के आसपास के लोगों को हटवाया है। साथ ही होटल तोडने की कार्रवाई शुरू कराई। मकरोनिया में भारी पुलिस बल तैनात किया गया। होटल के निचले हिस्सों में बारूद रखने के लिए जेसीबी से होल बनाए गए इधर मिश्री चंद गुप्ता के भाई व हत्या के एक अन्य आरोपी वकीलचंद गुप्ता की पत्नी विनीता ने जिला न्यायालय में दाखिल अपनी याचिका में कहा है कि पुलिस-प्रशासन जिस जयराम पैलेस होटल को गिराने की तैयारी में है, वह पूर्णतः वैध है। इस होटल में वकीलचंद के अलावा मेरी व अन्य परिवारजन की भी हिस्सेदारी है। इस होटल को अवैध ठहराकर गिराना न्यायपूर्ण नहीं है। याचिका में आगे गुप्ता परिवार की महिला ने कोर्ट से पुलिस- प्रशासन की होटल गिराने को लेकर कार्रवाई पर स्टे की मांग की है।