सागर गौरव दिवस कार्यक्रम पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने क्या कहा

गजेंद्र ठाकुर✍️ सागर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने सागर गौरव दिवस कार्यक्रम का सागर विश्वविद्यालय के संस्थापक डॉ. हरिसिंह गौर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर शुभारंभ किया। सागर से जुड़े हुए विशिष्ट व्यक्तित्वों को सागर रत्न से सम्मानित किया। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री माननीय प्रह्लाद सिंह पटेल, कैबिनेट साथी गोपाल भार्गव, कैबिनेट भूपेंद्र सिंह, कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, महापौर ,निगम अध्यक्ष एवं अन्य गणमान्य जनप्रतिनिधि एवं नागरिक उपस्थित रहे। आज संपूर्ण सागर उल्लास से भरा हुआ है। घर-घर दीप जलाये गये हैं, रंगोली सजाई गई है, उन्होंने कहा डॉ. हरिसिंह गौर जी के चरणों में सागर और मध्यप्रदेश की संपूर्ण जनता प्रणाम कर रही है।

डॉ. हरिसिंह गौर जी ने अपने ज्ञान और परिश्रम से धन कमाया और उसे सागर विश्वविद्यालय बनाने के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने सागर को ज्ञान का सागर बना दिया।

गौर साहब सागर की माटी के कण-कण में रचे बसे हैं। सिविल लाइन से कटरा तक, बड़ा बाजार से गढ़पहरा तक, गुजराती बाजार से सदर बाजार तक, गोपालगंज से लेकर कृष्णगंज तक गौर साहब के चिन्ह हैं। डॉ. हरिसिंह गौर जी ने सागर विश्वविद्यालय की स्थापना की और 20 लाख रुपये दान दिये और बाद में लगभग दो करोड़ रुपये, पूरी संपत्ति दान कर दी।मैं बरसों से सागर आता रहा हूं। सागर की कई यादें मेरे दिलोदिमाग में छा रहीं हैं। तीन बत्ती यहाँ की शान है। जमना मिठइया की चिरौंजी की बर्फी, जैन साहब की मंगोड़ी, सागर का गुजराती नमकीन, नंदू गुप्ता की पान की दुकान। अपना सागर सचमुच में अद्भुत है।

सागर विश्वविद्यालय में अनेक महान विभूतियों ने शिक्षा प्राप्त की है। आचार्य रजनीश और सुदर्शन जी भी यही पढ़े थे। कुछ समय तक सागर विश्वविद्यालय में अध्ययन करने का मुझे भी सौभाग्य प्राप्त हुआ। सागर से मेरा गहरा रिश्ता है। सागर मेरे रोम-रोम में रमा है और हर सांस में बसा है। मैंने दर्शनशास्त्र की पढ़ाई करने की सोची तो मन ने कहा कि सागर चल शिवराज। जब पहली बार मुख्यमंत्री बना तो जो सबसे पहले बड़ा काम किया वो था सागर में मेडिकल कॉलेज की स्थापना। मध्यप्रदेश में माइक्रो फाइनेंसिंग की एक योजना बनायेंगे, जिससे गरीब को आवश्यकता होने पर तत्काल 5 हजार रुपये मिल सकेंगे और उस पर कोई ब्याज नहीं देना पड़ेगा। सागर जिले में इस एक वर्ष में ₹4 हजार 770 करोड़ के काम संपन्न होने वाले हैं। चाहे लाखा बंजारा झील का जीर्णोद्धार हो, सिटी स्टेडियम, बस टर्मिनल, फर्नीचर क्लस्टर, इनक्यूबेशन सेंटर सहित अनेकों सौगातें सागर को मिलने वाली हैं। प्रति वर्ष हम डॉ. हरिसिंह गौर जी की जन्म जयंती मनायेंगे और साथ ही उनकी जीवनी पाठ्यक्रम में सम्मिलित करेंगे, ताकि शिक्षा के लिए अपना सर्वस्व दान देने वाले महापुरुष के विषय में सभी लोग जान सकें।

सागर में आयोजित गौरव दिवस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के उद्बोधन के बिन्दु:

आज आनंद का दिन है। आज दिवाली के बाद दिवाली मनाई गई है और ऐसा लग रहा है कि होली से पहले होली आ गई है। यह कोई सरकारी कार्यक्रम नहीं है, यहाँ तो सागर की पूरी जनता उमड़ पड़ी है। गौर बब्बा अद्भुत थे। वो विख्यात कानूनविद थे, उन्होंने कलकत्ता, लाहौर और रंगून में वकालत की। उन्होंने अपना सारा धन सागर यूनिवर्सिटी बनाने में लगा दिया और इसके माध्यम से उन्होंने यहाँ ज्ञान का सागर बना दिया। सागर की माटी के कण-कण में रचे-बसे हैं गौर साहब। सिविल लाइंस से कटरा तक, बड़ा बाजार से गढ़पहरा तक, परेड मंदिर से पीली कोठी तक, शनिचरी से इतवारी तक, गुजराती बाजार से सदर बाजार तक गौर साहब की पहचान है। मैं उनके चरणों में प्रणाम करता हूँ। सागर की कई यादें मेरे दिल और दिमाग में छा रही हैं। अपनी चिरौंजी की बर्फ़ी और गुजराती नमकीन देश और विदेश में धूम मचा रहा है।सागर विश्वविद्यालय में कई हस्तियाँ पढ़ी हैं। आचार्य रजनीश, सुदर्शन जी भी यहाँ पढ़े हैं। कई लोगों को पता नहीं होगा, हम भी यहाँ थोड़े समय के लिए पढ़े हैं। अपना भी सागर से गहरा रिश्ता है। मुझे कहते हुए गर्व है कि जब मैं पहली बार मुख्यमंत्री बना, तो सबसे बड़ा जो काम मैंने किया था, वो था सागर में मेडिकल कॉलेज की स्थापना।

एक साल में सागर जिले में 4,770 करोड़ रुपये के काम सम्पन्न होने वाले हैं। 990 करोड़ रुपये के काम स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत हो रहे हैं। मध्यप्रदेश में एक ऐतिहासिक फैसला हमने किया है। अंग्रेज तो चले गए, लेकिन अंग्रेजीयत छोड़ गए थे। हमने मध्यप्रदेश में तय किया है कि यहाँ मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिन्दी माध्यम में की जाएगी। गरीब के बेटे-बेटी भी डॉक्टर और इंजीनियरिंग बनेंगे। 75% से ज्यादा अंक लाने वाले बच्चों का एडमिशन यदि उच्च शिक्षा के लिए बड़े संस्थानों में होगा, और उनके माता-पिता की सालाना आय आठ लाख रुपये तक होगी, तो उनकी फीस उनके मम्मी-पापा नहीं, मामा भरवायेगा। लाड़ली लक्ष्मी योजना की बेटियों की उच्च शिक्षा की फीस भी मैं भरवाऊँगा। मध्यप्रदेश में हम माइक्रोफाइनेंस की योजना बनाएंगे, जिससे गरीब बिना ब्याज के छोटा ऋण प्राप्त कर सकेगा। यहाँ के जनप्रतिनिधियों ने मांग रखी है कि यहाँ के गांधी बांध की ऊँचाई 2 मीटर बढ़ा दी जाए, इस बजट में इसके लिए प्रावधान कर दिया जाएगा। आज गौर साहब की जयंती है। हम संकल्प करें कि हर साल गौर साहब की जयंती पर सागर गौरव दिवस मनाएंगे। आपने कहा है कि गौर साहब को भारत रत्न मिलना चाहिए, आपकी भावनाओं को उचित स्थान पर हम पहुँचाएंगे। हम पाठ्य पुस्तकों में किसी एक निश्चित स्थान पर गौर साहब का पाठ भी रखेंगे। हम संकल्प लें कि सागर के विकास में योगदान देंगे, अपने जन्मदिन या वैवाहिक वर्षगांठ पर एक पेड़ हर साल लगाएंगे, सागर की आंगनवाड़ियों में व्यवस्थाएँ सुदृढ़ हों, समर्थ लोग इस चीज का प्रयास करेंगे, बेटियों के जन्म पर खुशियाँ मनाएंगे, पानी को बचायेंगे, बिजली को बचायेंगे, धीरे-धीरे अपने शहर को नशामुक्त बनाने के लिए काम करेंगे, आप से मेरा यही निवेदन है। तीर्थ दर्शन योजना में हमने अयोध्या को जोड़ा है। हम इसके लिए अयोध्या के लिए ट्रेन चलवा देंगे।

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