डॉ हरिसिंह गौर 20 वीं शदी के सबसे बड़े विधिवेत्ता, शिक्षाविद और दानवीर थे भारत रत्न मिलना चाहिए
21 वीं शदी आधुनिक युग की पीढ़ी को डॉक्टर गौर की देशभक्ति, सेवा समर्पण, त्याग दान और अपनी जन्मभूमि के प्रति लगाव से सीख लेकर जीवन की सार्थकता के लिए आगे बढ़ना चाहिए
गजेन्द्र ठाकुर✍️-9302303212
सागर। बुंदेलखंड माटी के सपूत आजाद भारत के पुनर्निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करने वाले विराट व्यक्तित्व के धनी सागर के लाडले डॉ हरिसिंह गौर कि 26 नवंबर को जयंती के अवसर पर हम सभी ऐसे विराट व्यक्तित्व के धनी डॉक्टर गौर की जयंती को दीपोत्सव कर प्रकाश पर्व और सागर गौरव दिवस के रूप में मनाएं जिससे हमारी 21वीं सदी आधुनिक युग की पीढ़ी डॉ हरिसिंह गौर के चरित्र व्यक्तित्व और कृतित्व से प्रेरणा लेकर देश सेवा, समाज सेवा, त्याग समर्पण दान और जन्मभूमि का महत्व समझ कर विभिन्न क्षेत्रों में नए कीर्तिमान स्थापित करें l बुंदेलखंड क्षेत्र के लोगों (भावना) की आवाज (वॉइस आफ बुंदेलखंड) समझ कर भारत सरकार महान विधिवेत्ता शिक्षाविद साहित्यकार देशभक्त दानवीर डॉ हरिसिंह गौर को भारत रत्न सम्मान से सम्मानित कर बुंदेलखंड की भावना का आदर करें क्योंकि डॉ हरिसिंह गौर ने देश भक्ति समाज सेवा शिक्षा के क्षेत्र में एवं दान त्याग समर्पण की नई इबारत लिख कर अपने कर्तव्यपथ पर ऐतिहासिक कार्य किए डॉ गौर की जयंती पर हम सभी को यह संकल्प लेने की आवश्यकता है कि डॉ हरिसिंह गौर के चरित्र, व्यक्तित्व और कृतित्व को जानकर उन्हें आत्मसात कर और हमारी21वीं सदी आधुनिक युग की नई पीढ़ी को अवगत कराएं निश्चित रूप से आने वाली पीढ़ी देश भक्ति समाज सेवा दान त्याग समर्पण और अपनी जन्मभूमि का महत्व समझ कर आने वाले समय में विभिन्न क्षेत्रों में नए कीर्तिमान स्थापित करें ऐसे विराट व्यक्तित्व के धनी डॉ हरिसिंह गौर ने अपनी बौद्धिक क्षमता के पराक्रम की दम पर संपत्ति बनाकर अपनी जन्मभूमि के प्रति कर्तव्य का महत्व समझकर बुंदेलखंड के क्षेत्र के लोगों को बेरोजगारी अशिक्षा जैसे अंधकार से निकालने के लिए शिक्षा के क्षेत्र में सागर में डॉक्टर हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय खोलना (घनघोर अंधेरे में एक दीपक जलाने के समान रहा है) शिक्षा के अंधकार को दूर कर बुंदेलखंड प्रदेश और देश के लोगों को बड़ी सौगात देने का कार्य किया है आज बुंदेलखंड क्षेत्र के लोग डॉ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने के उपरांत देश में विदेशों में प्रमुख स्थानों पर शीर्षस्थ प्रथम पायदान पर है जब ऐसे लोगों से बात होती है वो कहते हैं डॉक्टर गौर ना होते तो हम यह मुकाम हासिल ना कर पाते l डॉ हरिसिंह गौर ने दान और शिक्षा के क्षेत्र में ही नहीं बल्कि देश भक्ति आजाद भारत के पुनर्निर्माण में विधि के क्षेत्र में शिक्षा के क्षेत्र में साहित्य के क्षेत्र में सेवा के क्षेत्र में ऐतिहासिक कार्य कर इतिहास के पन्नों में उन्हें अंकित टंकित संचित करने का कार्य किया आज की 21वीं सदी भौतिकवादी युग की नई पीढ़ी को डॉ हरिसिंह गौर द्वारा किए गए विभिन्न क्षेत्रों में ऐतिहासिक कार्यों से प्रेरणा लेने होगी जिससे निश्चित रूप से हमारी नई पीढ़ी और आने वाली पीढ़ी डॉक्टर गौर से प्रेरणा लेकर अपने कर्तव्य पथ पर चलकर विभिन्न क्षेत्रों में नए कीर्तिमान स्थापित कर सागर बुंदेलखंड प्रदेश देश का नाम रोशन करें इसके लिए डॉक्टर हरिसिंह गौर के जीवन वृत्त को पढ़ना समझना और उस दिशा में काम करना आज की युवा पीढ़ी के लिए नितांत आवश्यक है l आज के इस भौतिकवादी युग 21वी सदी में आने वाली पीढ़ी में (धन को प्राथमिकता पर रखना) और देश भक्ति समाज सेवा दान त्याग समर्पण का मूल कम समझ में आ रहा है ऐसे में हमारी युवा पीढ़ी महान व्यक्तित्व के धनी डॉ हरिसिंह गौर ने अपनी बुद्धि के पराक्रम की दम पर धनवान बन कर और पुरुषार्थ के साथ कानून शिक्षा साहित्य समाज सुधार संस्कृति एवं आजाद भारत के पुनर्निर्माण में और संविधान निर्माण में योगदान साथ ही अपनी जन्मभूमि के प्रति लगाव से सहित विभिन्न क्षेत्रों में अपने व्यक्तित्व एवं कृतित्व नए कीर्तिमान स्थापित कर सागर बुंदेलखंड प्रदेश देश का नाम रोशन किया है ऐसे विराट व्यक्तित्व के धनी डॉ हरिसिंह गौर की 26 नवंबर को जयंती के अवसर पर सागर गौरव दिवस मना रहा है।
गौर जयंती के गौरव दिवस कार्यक्रम में प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री माननीय शिवराज सिंह चौहान का आगमन हो रहा है 26 नवंबर को डॉक्टर गौर की जयंती के अवसर पर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री माननीय शिवराज सिंह चौहान के समक्ष सागर और बुंदेलखंड क्षेत्र के समस्त राजनीतिक दल के लोग समस्त सामाजिक एवं सांस्कृतिक संगठनों के पदाधिकारी गणमान्य नागरिक और आम जनता डॉ हरिसिंह गौर को भारत रत्न सम्मान मिले मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी मजबूती से बात रखकर (वॉइस आफ बुंदेलखंड) बनकर डॉ गोर को भारत रत्न दिलाने में अपनी आवाज बुलंद करें क्योंकि प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय शिवराज सिंह चौहान डॉ हरिसिंह गौर को भारत रत्न दिलवाने में हम सभी को मील का पत्थर सिद्ध होंगे हम सभी की जन भावना (वॉइस आफ बुंदेलखंड) प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री माननीय शिवराज सिंह चौहान भारत सरकार देश के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी के समक्ष बुंदेलखंड माटी के सपूत विराट व्यक्तित्व के धनी डॉ हरिसिंह गौर को भारत रत्न सम्मान से सम्मानित होने की दशा में हम आगे बढ़ेंगे क्योंकि बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक डॉक्टर मदन मोहन मालवीय ने धन संग्रह कर बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना कराई थी जबकि सागर में विराट व्यक्तित्व के धनी डॉ हरिसिंह गौर ने अपने बुद्धि के पराक्रम के बल पर अर्जित धन-संपत्ति का दान कर बुंदेलखंड क्षेत्र के लोगों को शिक्षा के अंधकार से दूर करने के लिए सागर में उस समय के नामचीन विश्वविद्यालयों में से एक सागर हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय की स्थापना की थी बुंदेलखंड क्षेत्र के लोगों को शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक सौगात डॉ हरिसिंह गौर ने दी है जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता बीसवीं सदी के महान शिक्षाविद समाज सेवक विधि वेता बड़े दानवीर साहित्यकार आजाद भारत के पुनर्निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाहन करने वाले डॉक्टर हरिसिंह गौर ने अपने व्यक्तित्व की दम पर कर्तव्य पथ पर चलकर विभिन्न क्षेत्रों में ऐतिहासिक कीर्तिमान स्थापित किए वास्तव में विराट व्यक्तित्व के धनी डॉ हरिसिंह गौर भारत रत्न सम्मान प्राप्त करने के हकदार हैं हम सभी को गौर जयंती पर डॉक्टर गौर को भारत रत्न दिलाने की लिए संकल्प लेकर पूरे बुंदेलखंड क्षेत्र के जन भावनाओं से वॉइस आफ बुंदेलखंड बनकर देश के यशस्वी प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी और प्रदेश के यशस्वीमुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के समक्ष डॉक्टर गौर को भारत रत्न दिलाने की ताकत के साथ बात रखें भारत सरकार और देश के यशस्वी प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी भीबुंदेलखंड की जन भावनाओं ध्यान रखकर से बुंदेलखंड के महापुरुष विराट व्यक्तित्व के धनीडॉ हरिसिंह गौर को भारत रत्न से सम्मानित कर बुंदेलखंड की आवाज (वॉइस ऑफ बुंदेलखंड )को पूरा करने की दिशा में कार्य करें
लेखक
प्रदीप राजोरिया- पूर्व अध्यक्ष बड़ा बाजार छात्रसंघ सागर
पूर्व संभागीय मीडिया प्रभारी भारतीय जनता पार्टी सागर