खुरई-गढ़ाकोटा नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा की क्लीन स्वीप, कर्रापुर में काँग्रेस दो पर टिकी
गजेंद्र ठाकुर✍️ सागर- नगरीय निकाय चुनाव में सागर जिले में भाजपा की आंधी आई तो वहीं कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है। जिले की तीनों नगरीय निकायों में भाजपा ने कब्जा जमाया है। वहीं जिले के दो मंत्रियों के गढ़ खुरई और गढ़ाकोटा नगर पालिका में कांग्रेस एक भी पार्षद की सीट जीतने में सफल नहीं हो पाई।
कांग्रेस को सिर्फ नरयावली विधानसभा की कर्रापुर नगर परिषद में 2 सीट मिली हैं। सागर जिले की खुरई नपा में 32 वार्ड और गढ़ाकोटा नगर पालिका के 23 वार्ड व कर्रापुर नगर परिषद में 15 वार्डों के लिए पार्षद के चुनाव थे। शुक्रवार को मतगणना के बाद परिणामों की घोषणा हो गई है। जिसमें तीन नगरीय निकायों के 70 वार्डों में से भाजपा ने 64 वार्डों में जीत दर्ज की है। वहीं कांग्रेस के खाते में सिर्फ 2 वार्ड की आए हैं। इसके अलावा एक वार्ड में बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी ने जीत दर्ज कराई है। 3 वार्डों में निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत हासिल की है। खास बात यह है कि नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह के गढ़ खुरई नगर पालिका और मंत्री गोपाल भार्गव के गढ़ाकोटा नगर पालिका में कांग्रेस एक भी वार्ड जीत सकी है। नरयावली विधानसभा की कर्रापुर नगर परिषद के 15 वार्डों में से भाजपा ने 9 वार्डों में जीत हासिल की। वहीं कांग्रेस 2 वार्डों में ही जीत पाई। 1 वार्ड में बसपा और 3 वार्डों में निर्दलीय प्रत्याशी जीते हैं। चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद सगंठन स्तर पर मंथन शुरू हो गया है। गढ़ाकोटा में भार्गव और खुरई में मंत्री सिंह की साख लगी थी दांव पर सागर जिले की खुरई और गढ़ाकोटा नगर पालिका मध्यप्रदेश सरकार के दो मंत्रियों के गढ़ होने के कारण चुनाव खास हो गए थे। यहां चुनाव में मंत्रियों की साख दांव पर लगी थी। खुरई नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह का विधानसभा क्षेत्र है। वे यहां से विधायक हैं। मंत्री सिंह के दबदबा के चलते खुरई नगर पालिका में मतदान से पहले ही 21 वार्डों में भाजपा के पार्षद निर्विरोध चुने गए थे। 11 वार्डों में मतदान हुआ था। परिणाम घोषित होने पर सभी वार्डों में भाजपा के प्रत्याशियों ने जीत हासिल की। इस जीत से क्षेत्र में मंत्री सिंह का प्रभाव और बढ़ गया है। वहीं गढ़ाकोटा प्रदेश के पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव का गृहनगर है। गढ़ाकोटा नगर पालिका चुनाव में मंत्री भार्गव के साथ उनके बेटे अभिषेक भार्गव की साख दांव पर लगी थी। अभिषेक भार्गव ने चुनाव में जमीनी स्तर पर काम किया। नतीजा नपा के सभी 23 वार्डों में भाजपा को जीत मिली। जिससे मंत्री भार्गव के साथ ही उनके बेटे अभिषेक भार्गव का क्षेत्र में दबदबा बढ़ा है। कर्रापुर नगर परिषद चुनाव में नरयावली विधायक प्रदीप लारिया की साख दांव पर लगी थी। विधानसभा क्षेत्र की नगर परिषद होने के कारण विधायक लारिया यहां शुरू से ही एक्टिव दिखे। उन्होंने घर-घर जाकर जनसंपर्क भी किया वहीं कांग्रेस ने भी कर्रापुर नगर परिषद चुनाव जीतने के लिए पूरी ताकत झोंकी थी तो दूसरी और काँग्रेस के मजबूत नेता और पूर्व मंत्री सुरेंद्र चौधरी भी यहां दलबल के साथ सक्रिय दिखे जिसके फलस्वरूप 2 सीट काँग्रेस के खाते में आना माना जा रहा हैं।