मप्र पहला राज्य जहाँ आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस विषय के तौर पर किसी स्कूल में पढ़ाया जाएगा,जाने इसके बारे में

मप्र पहला राज्य जहाँ आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस विषय के तौर पर किसी स्कूल में पढ़ाया जाएगा,जाने इसके बारे में

भोपाल। मध्य प्रदेश के स्कूलों में नये एकेडमिक सेशन से एआई एक विषय के तौर पर पढ़ाया जाएगा. एमपी गर्वनमेंट ने इस मामलें में तैयारियां पूरी कर ली हैं. इस बारे में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का दावा है कि मध्य प्रदेश देश में ऐसा करने वाला पहला राज्य बनेगा,
पहली बार आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस विषय के तौर पर किसी स्कूल में पढ़ाया जाएगा.
इसके पहले केवल सीबीएसई बोर्ड के स्कूलों में एआई एक विषय के तौर पर इंट्रोड्यूज हुआ है. हालांकि सीबीएसई स्कूलों में ये केवल 12 घंटे के लिए बढ़ाया जाता है, जिस वजह से इसे एक विषय के तौर पर नहीं देखा जा सकता. जबकि एमपी बोर्ड की तैयारी है कि वे इसे 240 घंटे पढ़ाएंगे ताकि ये सब्जेक्ट के तौर पर स्थापित हो सके.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से अभिप्राय कृत्रिम बुद्धिमत्ता से है। खुद सोचने, समझने और अंजाम देने में सक्षम है।
इस पहल की जिम्मेदारी राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार और एमपी स्टेट ओपन स्कूल एजुकेशन बोर्ड उठा रहे हैं, राज्य इस साल जुलाई से जब नया सत्र शुरू होगा, तभी से एआई पढ़ाना शुरू करने का लक्ष्य लेकर चल रहा है. इसके लिए राज्य के हर स्कूल में 40 कंप्यूटरों की भी व्यवस्था कर ली गई है. पहले साल ये विषय माइक्रोसॉफ्ट के एक्सपर्ट्स द्वारा पढ़ाया जाएगा. इस बीच एमपी बोर्ड के शिक्षक उन क्लासेस को देखेंगे जो उनकी ट्रेनिंग प्रोग्राम के तौर पर होंगी. अगले साल से बोर्ड के शिक्षक ही एआई की क्लासेस लेने लगेंगे.

 

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