एकीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन इकाई का सागर विकास में महत्वपूर्ण योगदान होगा -कलेक्टर आर्य
सागर-
एकीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन इकाई का सागर विकास में महत्वपूर्ण योगदान होगा ।उक्त विचार नवागत कलेक्टर दीपक आर्य ने मसवासी ग्रेंट पर स्थित ठोस अपशिष्ट प्रबंधन इकाई का निरीक्षण करने के दौरान व्यक्त किये। निरीक्षण के उपरांत उन्होंने आवश्यक दिशा निर्देश भी प्रदान किए ।
निरीक्षण के दौरान नगर निगम कमिश्नर आरपी अहिरवार, उपायुक्त डॉ प्रणय कमल खरे, नगर निगम के ईई विजय दुबे, सहायक यंत्री संजय तिवारी, प्रबंधन इकाई के मैनेजर अमित दुबे सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी मौजूद थे ।
कलेक्टर आर्य ने कहा कि इस प्रबंधन इकाई को स्कूली छात्र छात्राओं के द्वारा अवलोकन कराया जाए जिससे उनके मन में कचरा निष्पादन प्रबंधन इकाई की कार्यशैली मन में आकर कार्य करेगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए शीघ्र ही जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से स्कूली छात्र छात्राओं को ग्रुप के माध्यम से भ्रमण कराया जाएगा और इस पर उनके विचार निबंध के माध्यम से भी लिए जाएंगे।
कलेक्टर आर्य ने निरीक्षण के दौरान 350 टीपीडी प्रतिदिन क्षमता वाला कचरे से खाद बनाने वाला प्लांट ,कम्पोस्ट प्लांट, प्रसासनिक भवन, लैब, कैंटीन, अमबीपसम मेन्टेन्स शेड, एनिमल करकस, ग्रीन बेल्ट एरिया में वृक्षारोपण आदि कार्यों का भी अवलोकन किया।
कलेक्टर आर्य ने उक्त प्रबंधन इकाई जो लगभग लागत 70,54 करोड की लागत से तैयार की गई है उसका भी जानकारी प्राप्त की प्लांट मसवासी ग्रंट में है जिसका कुल एरिया 35 एकड़ में है।
प्रोजेक्ट मैनेजर अमित दुबे ने कलेक्टर से दीपक आर्य को जानकारी देते हुए बताया कि मसवासी प्लांट में टोटल क्षेत्रफल 36 एकड़ में चार ट्रोमाल साइज 75एमएम के दो और 25एमएम का एक 4एमएम का एक जिसमे दो ओवरहेड ट्रेवलिंग क्रेन जिनकी क्षमता 6.3 की है और एक मृत जानवरों के दाह संस्कार हेतु एनिमल करकस की सुविधा उपलब्ध है और ग्रीनबेल्ट में फलदार एवं फूल के छायादार फलदार वृक्ष से चारो और वृक्षारोपण किया जा रहा है।
कलेक्टर आर्य ने किया वृक्षारोपण
कलेक्टर दीपक आर्य ने निरीक्षण के उपरांत मसवासी ग्रंट स्थित प्लांट में आम का पौधा लगाया ।