स्व सहायता समूह ने बनाई थाई अमरूद की बगिया
सागर-
राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत देवरी विकासखंड के स्व सहायता समूह ने थाई अमरूद की बगिया लगाकर जिले में एक नवाचार का प्रयास किया है। महिलाओं द्वारा टिशु कल्चर से प्राप्त थाई अमरूद की बगिया लगाना प्रारंभ किया गया है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत देवरी विकासखंड के ग्राम बेल्लाना में संतोषी माता स्व सहायता समूह के सदस्यों द्वारा लगभग 200 थाई अमरूद के पौधों का प्लांटेशन किया गया है।
ज्ञात हो कि, थाई अमरूद के पौधे में 18 से 20 महीने में फलोत्पादन शुरू हो जाता है। प्रारंभिक तौर पर थाई अमरूद का वजन 400 ग्राम से लेकर 800 ग्राम तक होता है। अतः इस प्रकार अमरूद की बगिया तैयार कर सहायता समूह को 20 हजार से लेकर 30 हज़ार तक की अतिरिक्त आमदनी हो सकती है। इस प्रकार थाई अमरूद का उत्पादन स्वच्छता समूह को अतिरिक्त आमदनी प्रदान करेगा। उक्त कार्यक्रम के अंतर्गत देवरी विकासखंड में थाई अमरूद का प्लांटेशन संतोषी माता स्व सहायता समूह के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉक्टर इक्षित गढ़पाले उपस्थित थे जिनके द्वारा स्व सहायता समूह को इस प्रकार के वृक्षारोपण के लिए प्रोत्साहित किया गया। इस दौरान बेलदाना ग्राम के स्व सहायता समूह की महिलाएं भी उपस्थित थी। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला प्रबंधक हरीश कुमार दुबे ने बताया कि इस वर्ष फल उत्पादक कार्यक्रम को प्रमुखता देते हुए जिले में समूहों के माध्यम से 60,000 थाई अमरूद के पौधे लगाए जा रहे हैं जो एक पूरे प्रदेश में नवाचार होगा एवं इससे समूह की आमदनी में वृद्धि होगी।