महिला कृषकों को प्रशिक्षण देकर पोषक वाटिका के महत्व एवं स्थापना करने हेतु प्रेरित करें -डा डीपी शर्मा
वैज्ञानिक परामर्शदात्री समिति की बैठक संपन्न
सागर –
कृषि विज्ञान केंद्र सागर एवं कृषि विज्ञान केंद्र बिजौरा की वैज्ञानिक परामर्शदात्री समिति की बैठक डॉ. डी.पी. शर्मा संचालक विस्तार सेवाएं जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर की अध्यक्षता में आयोजित की गई।
इस अवसर पर डॉ. के.एस. यादव वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख कृषि विज्ञान केंद्र सागर ने विभिन्न गतिविधियों पर एवं 2020-21 की प्रगति प्रतिवेदन तथा 21-22 की कार्य योजना का प्रस्तुतीकरण किया कृषि विज्ञान केंद्र सागर की प्रस्तुति के पश्चात कृषि विज्ञान केंद्र बिजौरा के प्रभारी डॉ. ए.के. त्रिपाठी ने केंद्र की गतिविधियों पर एवं 2020-21 रबी की प्रगति प्रतिवेदन तथा 2021-22 की कार्य योजना का प्रस्तुतीकरण किया।
ऑनलाइन बैठक में विशिष्ट अतिथि के तौर पर कृषि विज्ञान केंद्र सागर में डॉक्टर एम.पी. दुबे एवं केंद्र के अन्य वैज्ञानिक डॉ. डी.पी. सिंह, डॉ. ममता सिंह, डॉ. वैशाली शर्मा, एवं योगेंद्र आदि उपस्थित रहे। ऑनलाइन बैठक में एम.के. मालवीय उपसंचालक कृषि, जितेन्द्र राजपूत सहायक संचालक कृषि, सोमनाथ राय संचालक उद्यानिकी एवं पशुपालन विभाग के अधिकारी, दीपक पाल इफको, अनूप तिवारी, एन आर एल एम एवं प्रगतिशील कृषकों ने भाग लिया।
डॉ. डी.पी. शर्मा सर ने बताया कि कृषक महिलाओं को अधिक से अधिक प्रशिक्षण देकर पोषक वाटिका के महत्व एवं स्थापना करने हेतु प्रेरित करें, साथ ही उन्हें स्वावलंबी बनने हेतु प्रशिक्षण दिए जाएं, साथ ही डॉ. टी.आर. शर्मा प्रधान वैज्ञानिक ने सुझाव दिया कि कोई भी कार्यक्रम किसान की समस्या के अनुसार तय किया जावे एवं अधिक से अधिक किसानों को लाभ दिया जाए , कार्यक्रम के अंत में डी.पी. सिंह पशुपालन के द्वारा आभार व्यक्त किया गया केंद्र की वैज्ञानिक डॉ. ममता सिंह, डॉ. वैशाली शर्मा का विशेष योगदान रहा।