कहानी सागर के साइकिल परिवार की

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2010 में  शौक के तौर पर साइकिल से एक दिन अपने मित्र के साथ रानगिर यात्रा पर निकलें महेश तिवारी ने यह महसूस किया कि साइकिल से रास्ते के हरेक पल को पूरी तरह जिया जा सकता हैं

सागर –

दूसरे शब्दो मे कहे तो बचपन और पचपन के फासले को मिटाया जा सकता हैं! फिर क्या था बचपन मे अपने पिता स्व.कुंजबिहारी तिवारी(हेडैकोस्टेबल) को साइकिल से ड्यूटी पर जाते देख व उनके द्वारा साइकिल चलाने के महत्व की बातों को अब समझ आने लगा कि सेहत के साथ पैसे की भी बचत ऊपर से प्रदूषण मुक्त समाज हेतु भीएक अच्छा कदम हैं! जब इन सभी बातो पर अध्ययन व प्रेक्टिकल किया तो जुनून बढ़ता चला गया! प्रकृति प्रेमी महेश खुद एक शिक्षक हैं तो विद्यार्थियों को साइकिल चलाने हेतु प्रेरित करने लगे,साइकिल ट्रिप पर साथ ले जाने लगे !

दिन , माह बीतते गए 2 से 4 , 10 और 20 साइकलिस्ट साथ आते गए!

जल संरक्षण व नर्मदा बचाओ अभियान के तहत 2013 में सागर से बरमान बरमान से सागर कुल 230 ाउ साइकिल चलाकर लोगो को जल स्रोतों को स्वच्छ रखने का सन्देश दिया!

शहर में जागरूकता हेतु साइकिल रैली के आयोजन  में 2015 तक 4 से 6 साइकलिस्ट ही साथ होते थे जो 2018 आते आते 30 से 40 तक पहुँच  गए! 2018 की स्वास्थ्य भारत यात्रा जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा आयोजित की गईथी उसमें नेचर वेलफेयर टीम से 50 साइकलिस्ट ने पूरे 50 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर हेल्थी खाओ और हेल्दी जियो की थीम को सफल बनाया!

2019 में भोपाल  से सागर  तक साइकिल के आगे चद्दर की स्लोगन लिखी प्लेट टाँगकर रक्तदान

मतदान और सेहतमंद जीवन हेतु पैडलमार का सन्देशह लेकर प्रकृति प्रेमी महेश तिवारी ने करीब 200ाउ की साइकिल से सोलो राइड पूर्ण की!

साथियों में अजय कुर्मी,विवेक विश्वकर्मा, शैलेश साहू,प्रशांत साथ थे,सुर्पिया,लकी सराफ व अन्य 20 साथी साथ मे राइड करने लगे! जब मुलाक़ात आनंद ददरया से हुई तो साइकिल की गतिविधियों को ऊर्जा मिली! जिला प्रशासन से प्रकृति प्रेमी ने जाकर अनेक   बार साइकिल रैली में शामिल होने की बात की लेकिन समयाभाव के चलते अधिकारी शामिल न हो सकें! लेकिन महेश ने प्रयास करना नहीं छोड़ा

निगम प्रशासन से  बात करने पर निगमायुक्त आर.पी. आहिरवार ने पूरी ऊर्जा के साथ साइकिल टीम को न सिर्फ जॉइन करने का आश्वासन दिया वरन यथासंभव सहयोग करने भी और हुआ भी यही

निगमायुक्त ने स्मार्ट सिटी सीईओ, जिला पंचायत सीईओ व अन्य अधिकारियों को भी प्रकृति प्रेमी के अभियान के बारे में बताया तो वो भी प्रभावित होकर जुडने हेतु आगे आये

इसी तरह जिला रजिसटार रतनेश भदोरिया, तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अमित सांघी,एडिशनल एसपी राजेश व्यास,उपायुक्त डॉक्टर प्रणय कमल खरे व प्रसाशन के अन्य आला अधिकारी साथ आते गए! आम लोगो में शोइल अजीज,शुभम कुर्मी , सरदार करण, से मिले तो टीम को एक नया आयाम मिला! ये लोग पहले भी बीच-बीच मे साइकिल चलाते थे लेकिन टीम के साथ मिलकर एक दूसरे को प्रेरणा मिलती चली गई!

आज क्लब में कुल 200 से अधिक साइकलिस्ट हैं जिसमें डॉक्टर , सीए,व्यापारी,स्टूडेंट्स,सरकारी व निजी नौकरी वाले लगभग हर प्रोफेशन के लोग शामिल हैं!

जो अपने ऑफिस,कोचिंग,कॉलेज साइकिल से ही जाते हैं!

टीम के साथियो द्वारा साइकिल चलायें -सेहत बनाये-पर्यावरण बचाएं के अलावा

क्लीन

सागर- ग्रीन सागर

दुकान एक -डस्टबिन दो

जिंदगी हैं अधूरी तेरे बिन -डस्टबिन “

का सन्देश देते हुए

लोगो से हफ्ते में एक दिन का वाहन उपवास जरूर अपनाये का आग्रह करती हैं!!

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