सागर। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) सागर शाखा के तत्वावधान में आज होटल वरदान में सफलतापूर्वक मासिक कंटिन्यूइंग मेडिकल एजुकेशन (सीएमई) कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस वैज्ञानिक सत्र में बड़ी संख्या में चिकित्सकों ने भाग लिया और नवीनतम चिकित्सा तकनीकों पर गहन चर्चा की।

मुख्य वक्ता एवं प्रसिद्ध मूत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. मानव गिडियन ने बिनाइन प्रोस्टेटिक हाइपरप्लासिया (BPH) – जो 60 वर्ष से अधिक आयु के पुरुषों में अत्यंत सामान्य समस्या है – के नवीनतम इलाज यूरोलिफ्ट (UroLift) पर विस्तृत प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि यह प्रोस्टेट ग्रंथि केवल पुरुषों में होती है और इसका बढ़ना मूत्र संबंधी कई परेशानियाँ पैदा करता है, जैसे रात में बार-बार पेशाब जाना, पेशाब की धार कमजोर होना, जोर लगाना पड़ना, बूँद-बूँद टपकना और पेशाब रोकने में कठिनाई।

यूरोलिफ्ट एक क्रांतिकारी, न्यूनतम इनवेसिव तकनीक है जिसमें छोटे इम्प्लांट्स की मदद से बढ़ी हुई प्रोस्टेट को मूत्रमार्ग से दूर उठा दिया जाता है, जिससे पेशाब का रास्ता तुरंत खुल जाता है। डॉ. मानव ने जोर देकर कहा कि इस पद्धति के साइड इफेक्ट्स बहुत कम हैं, मरीज जल्दी सामान्य जीवन में लौट आता है और यौन क्रियाओं पर भी कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता।
दूसरे सत्र में स्त्री रोग एवं फीटल मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. जेनीटा गिडियन ने कई जटिल केस स्टडीज प्रस्तुत कीं और उनके बेहतर प्रबंधन एवं उपचार की नवीनतम संभावनाओं पर रोशनी डाली। उनके व्याख्यान ने सभी उपस्थित चिकित्सकों को काफी लाभ पहुँचाया।
सीएमई की शुरुआत में आईएमए सागर के अध्यक्ष डॉ. तल्हा साद ने जनरल बॉडी मीटिंग में एग्जीक्यूटिव बॉडी की मिनट्स प्रस्तुत कीं। प्रमुख निर्णयों में 24-25 अक्टूबर 2026 को आईएमए मध्य प्रदेश स्टेट कॉन्फ्रेंस का आयोजन और आईएमए लीगल कमेटी का गठन शामिल रहे।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में डॉ. एस.एम. सिरोठिया,डॉ. तेजिंदर सिंह उपस्थित रहे। सीएमई के चेयरपर्सन डॉ. एस.एस. खन्ना एवं डॉ. जयश्री चौकसे रहे।
बड़ी संख्या में चिकित्सकों की उपस्थिति और सक्रिय भागीदारी ने कार्यक्रम को यादगार बना दिया। आईएमए सागर ऐसे वैज्ञानिक सत्रों के माध्यम से चिकित्सकों को अद्यतन ज्ञान प्रदान करने के लिए कटिबद्ध है।

