23 वर्षों में पहली बार नगर निगम कर्मचारियों को तीन माह से वेतन नहीं, हनुमान जी को सौपा ज्ञापन
गांधीवादी तरीके से आंदोलन शुरू, हनुमानजी सरकार को ज्ञापन सौंपकर की पहल
सागर | नगर निगम कर्मचारियों को विगत तीन माह से वेतन न मिलने सहित विभिन्न लंबित मांगों को लेकर नगर निगम कर्मचारी संघ की बैठक आयोजित की गई। बैठक में कर्मचारियों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि वे शहर की स्वच्छता एवं विकास कार्यों में निरंतर ईमानदारी से सेवाएं देने के बावजूद वेतन से वंचित हैं, जो कि कर्मचारियों के साथ अन्याय है। ऐसी गंभीर स्थिति नगर निगम में पिछले 23 वर्षों में पहली बार उत्पन्न हुई है।
बैठक के उपरांत कर्मचारियों ने गांधीवादी तरीके से आंदोलन करने का निर्णय लिया और इसकी शुरुआत सोमवार शाम 5 बजे तीनबत्ती स्थित हनुमानजी सरकार को ज्ञापन सौंपकर की गई।
कर्मचारी संघ के प्रांतीय सचिव श्री राजेश सिंह राजपूत एवं कर्मचारी कल्याण मोर्चा के अध्यक्ष श्री हरेंद्र खटीक ने बताया कि आंदोलन के अंतर्गत कर्मचारी प्रतिदिन शाम को विभिन्न स्थानों पर शांतिपूर्ण एवं रचनात्मक गतिविधियां करेंगे। इनमें नागरिकों से भीख मांगना, रामधुन, शंख-झालर के साथ सड़कों पर निकलना तथा जनप्रतिनिधियों को फूल भेंट कर अपनी पीड़ा से अवगत कराना शामिल रहेगा। उन्होंने बताया कि कर्मचारियों की प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं—
तीन माह का लंबित वेतन तत्काल जारी किया जाए।
नगर निगम कर्मचारियों की लंबित पदोन्नति प्रक्रिया पूर्ण की जाए।
एनपीएस एवं जीपीएफ की राशि समय पर संबंधित खातों में जमा की जाए। प्रत्येक माह की 1 तारीख को वेतन भुगतान सुनिश्चित किया जाए।
कर्मचारियों का नियमितीकरण शीघ्र किया जाए।
लंबित एरियर्स का भुगतान किया जाए।
बैठक में उपस्थित सभी कर्मचारियों ने आंदोलन में सक्रिय सहभागिता का आश्वासन देते हुए कहा कि जब तक सभी मांगें पूर्ण नहीं होतीं, तब तक प्रतिदिन शाम 5 बजे से गांधीवादी तरीके से आंदोलन जारी रहेगा।

