सांसद के प्रयास रंग लाए : सागर में हवाई सेवा विस्तार की तैयारियां तेज
सागर। सागर संसदीय क्षेत्र में विकास के लिए पंख लग रहे हैं। सांसद श्रीमती डॉ लता वानखेड़े चाहे लोकसभा में प्रश्न काल के दौरान हो या व्यक्तिगत केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात कर अपने सागर संसदीय क्षेत्र सागर के लिए विकास की लड़ाई लड़ रही है।
बिना में रिंग रोड और सतना ट्रांसफर हो रहे नरयावली डिपो को रोकना जैसे कई महत्वपूर्ण कदम उन्होंने महज 14 महीने में उठाए हैं। कई ट्रेनों के स्टॉपेज सागर में हुए हैं तो विकास के लिए उन्होंने अपनी निधि से खजाने का पिटारा खोल दिया है।
31 जुलाई 2025 को उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को एक अनुरोध पत्र देकर सागर में हवाई सेवा विस्तार की मांग की थी। इसके अलावा नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू से मुलाकात कर अपने लोकसभा क्षेत्र सागर के ढाना हवाई पट्टी का उन्नयन और आर्थिक तथा लॉजिस्टिक विकास के लिए सागर हवाई अड्डा और कार्गो हब बनाने की मांग रखी थी। उनके इस मांग पत्र पर सरकार ने सहानुभूति पूर्वक विचार कर इसकी पहल शुरू कर दी है। इसी कड़ी में हाल ही में उस समय एक नया अध्याय जुड़ा जब विमानन विभाग के विशेषज्ञ अधिकारियों द्वारा न केवल बैठक की गई बल्कि विभिन्न विभागों से सुझाव लेकर ढाना हवाई पट्टी की जांच कर भविष्य की संभावनाओं की जानकारी ली।
कलेक्टर संदीप जी आर के निर्देश पर अपर कलेक्टर अविनाश रावत ने विमान विभाग के विशेषज्ञ एवं विभिन्न अधिकारियों के साथ बैठक कर चर्चा की। प्रमुख रूप से भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड के उद्योग संचालक, उद्योग विभाग के अधिकारी, कृषि विभाग, रेलवे, बस एसोसिएशन, कॉमर्स एवं इंडस्ट्रीज, डॉ हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी, लोक निर्माण विभाग, बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज,जिला चिकित्सालय, ट्रक एसोसिएशन सहित अन्य विभागों के अधिकारी, उद्योगपति से सुझाव सांझा किए गए।
अपर कलेक्टर अविनाश रावत ने बताया कि विमान विभाग के द्वारा चाही गई आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहे हैं।
विशेषज्ञ मनीष सिन्हा ने बताया कि सागर में हवाई पट्टी विस्तार के साथ हवाई सेवाओं की अच्छी संभावनाएं हैं। ढाना हवाई पट्टी विस्तार के लिए लगभग 1800 मी का रनवे तैयार किया जाएगा जो अभी 992 मी का है अर्थात इसे डबल किया जाएगा। 1800 मी रनवे तैयार होने के बाद ढाना हवाई पट्टी पर 70 सीटर प्लेन की लैंडिंग हो सकेगी और सागर सहित अन्य जगहों के व्यक्ति हवाई सेवा का लाभ ले सकेंगे।
उन्होंने बताया कि हवाई सेवा का विस्तार करने के लिए प्रमुख रूप से ट्रैफिक एवं कार्गो की संभावनाओं की तलाश की जाती है। उन्होंने बताया कि विमानन विभाग के लिए संपूर्ण तैयारी की संभावनाओं का ड्राफ्ट तैयार कर प्रस्तुत किया जाएगा इसके बाद एयर सर्वे का कार्य होगा।
उन्होंने बताया कि सागर में विगत दिनों मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के द्वारा इंडस्ट्रियल कॉनक्लेव का आयोजन किया गया था जिसमें 23,000 करोड रुपए के एम ओ यू साइन हुए थे जिसमें आईटी पार्क , डाटा सेंटर पार्क , औद्योगिक इकाइयों ने सागर में अपने उद्योग लगाने के लिए सहमति व्यक्त की थी और सागर में केंद्रीय विश्वविद्यालय , रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व , संत रविदास संग्रहालय एवं भारत पैट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड, जी पी पावर प्लांट , साथ ही अन्य निजी विश्वविद्यालय, मेडिकल कॉलेज सहित विभिन्न औद्योगिक इकाइयां स्थापित हो गई हैं जिससे कि हवाई सेवा की अपार संभावनाएं विकसित हुई हैं।
400 करोड़ की लागत से बनेगा एयरपोर्ट; 70 सीटर विमान की आवाजाही शुरू होगी
1800 मीटर हवाई अड्डा टर्मिनल एयरपोर्ट तैयार करने के लिए लगभग 400 करोड रुपए की लागत आएगी जिसमें 70 सीटर विमान की आवा जाही शुरू हो सकेगी। एडीएम ने बताया कि अनुमति प्राप्त होते ही जिला प्रशासन के द्वारा भू अर्जन का कार्य प्रारंभ होगा और अन्य कार्य भी शुरू हो सकेंगे।
इस संबंध में सांसद डॉक्टर लता वानखेड़े ने कहा सागर लोकसभा क्षेत्र के विकास के लिए हम सतत संकल्पित और प्रयासरत है। जनता ने मुझ पर विश्वास कर जो जिम्मेदारी सौंपी है उस पर सोलह आने खरी उतरूंगी। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने संभागीय मुख्यालय सागर के लिए हवाई सेवा विस्तार की जो मेरी मांग पर पहल की है मैं उनका आभार व्यक्त करती हूं।

