सात बेटियों के पिता का निधन अंतिम विदाई में बेटी ने निभाया बेटे का फर्ज, नम हुई हर आंख
सागर। नगर निगम में सफाईकर्मी के पद पर कार्यरत 45 वर्षीय डालचंद वाल्मीकि, निवासी राजीव नगर वार्ड, का नागपुर में इलाज के दौरान निधन हो गया। रविवार दोपहर करीब 1 बजे नरयावली नाका मुक्तिधाम में उनका अंतिम संस्कार किया गया। परिवार में पत्नी और सात बेटियाँ हैं। बेटे के अभाव में बड़ी बेटी साधना ने पिता को मुखाग्नि दी, जिसे देखकर मुक्तिधाम में मौजूद हर व्यक्ति भावुक हो उठा।
अंतिम संस्कार के दौरान रोते-रोते साधना ने बताया कि कुछ दिन पहले पिता को अचानक तेज बुखार आया था। पहले उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन हालत बिगड़ती देख परिजन उन्हें नागपुर ले गए, जहां डॉक्टरों की कोशिशों के बावजूद उनकी जान नहीं बच सकी। साधना ने कहा, “मैं सबसे बड़ी हूं। बाकी बहनें अभी पढ़ाई कर रही हैं। पिताजी के गुजर जाने के बाद घर चलाने वाला कोई नहीं बचा। सरकार से मेरी विनती है कि मुझे नौकरी दी जाए, ताकि मैं अपने परिवार को संभाल सकूं।”
डालचंद के निधन के बाद परिवार की सातों बेटियाँ और उनकी मां सदमे में हैं। आसपास के लोगों में भी गहरा शोक है। क्षेत्र के निवासियों ने शासन-प्रशासन से आर्थिक सहायता एवं रोजगार की व्यवस्था करने की मांग की है, ताकि परिवार को सहारा मिल सके।
मुक्तिधाम से लौटते समय हर चेहरे पर सिर्फ एक ही बात थी पिता को खो चुकी सात बेटियों के भविष्य की चिंता।


