MP: दिग्विजय सिंह ने फिर की दिल्ली दंगे के आरोपित उमर खालिद की रिहाई की मांग, भाजपा ने जताया कड़ा विरोध

MP : भोपाल। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर जेएनयू के पूर्व छात्र और दिल्ली दंगों के आरोपी उमर खालिद के समर्थन में बयान दिया है। उन्होंने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट कर कहा कि उमर खालिद निर्दोष हैं और उनके साथ अन्याय हो रहा है। दिग्विजय सिंह का कहना है कि उमर खालिद एक पीएचडी स्कॉलर हैं और उन्हें किसी भी कसौटी पर देशद्रोही नहीं कहा जा सकता, इसलिए उन्हें तुरंत रिहा किया जाना चाहिए।

भाजपा का पलटवार, रामेश्वर शर्मा का बयान

दिग्विजय सिंह के इस बयान पर भाजपा की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है।
भोपाल की हुजूर विधानसभा से भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि दिग्विजय सिंह को देशवासियों की नहीं, बल्कि “आतंकवादियों” की चिंता होती है। मीडिया से चर्चा में शर्मा ने आरोप लगाया कि दिग्विजय सिंह को भारत की न्यायपालिका पर भरोसा नहीं है और उनका रवैया “पाकिस्तान समर्थक” जैसा दिखाई देता है।

रामेश्वर शर्मा ने कहा,
“दिग्विजय सिंह हमेशा आतंकवादियों के लिए सहानुभूति दिखाते हैं। उनमें आतंकवादियों के प्रति श्रद्धा नजर आती है। अगर उन्हें इतना ही दर्द है तो वे पाकिस्तान जाकर बस जाएं।”

दिल्ली दंगों का मामला और विवाद का इतिहास

उमर खालिद को 2020 में हुए दिल्ली दंगों की साजिश में गिरफ्तार किया गया था। यह हिंसा नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) 2019 के खिलाफ हुए प्रदर्शनों के दौरान भड़की थी। दिल्ली पुलिस ने उमर खालिद पर दंगे भड़काने और हिंसा की योजना बनाने का आरोप लगाया था।

अक्तूबर 2020 में पुलिस ने खजूरी खास इलाके में हुई हिंसा और आगजनी से संबंधित एक और एफआईआर दायर की, जिसमें उमर खालिद का नाम शामिल किया गया था। जांच एजेंसी का दावा है कि उनके पास उमर खालिद और अन्य आरोपियों की संलिप्तता के पर्याप्त सबूत हैं।

दिग्विजय सिंह इससे पहले भी कई मौकों पर उमर खालिद का समर्थन कर चुके हैं, जिसके चलते वह लगातार राजनीतिक विवादों में रहे हैं।

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