डॉ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय में हुआ ‘संविधान प्रस्तावना कंठस्थीकरण’ प्रतियोगिता का आयोजन
सागर। संविधान अंगीकरण के 75 वें वर्ष के उपलक्ष्य में संस्कृत विभाग, डॉ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर में ‘ संविधान प्रस्तावना कंठस्थीकरण’ का आयोजन दिनांक 21.11.25 दिन- शुक्रवार, अपराह्ण- दो बजे, संस्कृत विभाग सभागार में किया गया।

विदित है कि 26 नवंबर 1949 को भारतीय गणराज्य के द्वारा भारतीय संविधान का अंगीकरण किया गया था । वर्ष 2025 संविधान अंगीकरण का हीरक जयंती वर्ष है। भारत वर्ष के विभिन्न संस्थानों में इस निमित्त विविध कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं । भारत के महान् विधिवेत्ता , संविधान निर्माण के साक्षी सागर विश्वविद्यालय के संस्थापक डा. हरिसिंह गौर की 156 वी जयंती पर आयोजित गौर महोत्सव के इस गरिमामय वातावरण में विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग में एतदर्थ यह प्रतियोगिता आयोजित की गई ।
प्रतियोगिता की संयोजिका डा किरण आर्या ने बताया कि इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के लगभग 20 छात्र-छात्राओं ने सहभाग किया।जिसमें निर्णायक मंडल द्वारा छात्र छात्राओं की प्रस्तुति का मूल्यांकन किया गया। इसमें प्रथम स्थान पर अमन कुमार ‘ बी. ए. बी. बीएड्. पंचम सेमेस्टर, द्वितीय स्थान पवन मिश्र एम. ए. तृतीय सेमेस्टर, एवं तृतीय स्थान निमिषा पाण्डेय बी. ए, पंचम सेमेस्टर ने प्राप्त किया। निर्णायक मंडल द्वारा प्रतिभागियों के मूल्यांकन के आधार पर प्रथम द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त छात्र छात्राओं को प्रमाणपत्र प्रदान किया जायेगा। विश्वविद्यालय के सभी अनुशासनों के लगभग 100विद्यार्थी प्रतियोगिता में उपस्थित रहे एवं संस्कृत विभाग के शोधार्थी दीक्षा सांवले, मिंटु मंडल, दिग्विजय तिवारी, राजनंदिनी दांगी, तन्मय दास, चित्रांश कन्हौवा, गुलशन कुमार, सुधांशुकुमार, नैनिका लुहार, भगीरथ बड़ई उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम का संचालन विभाग के शोधार्थी प्रवीण कुमार मिश्र ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन इस कार्यक्रम की संयोजिका डॉक्टर किरण आर्य ने किया। इस प्रतियोगिता में निर्णायक के रूप में भाषा विज्ञान के अध्यापक डॉक्टर बबलू रे और हिंदी विभाग की अध्यापिका डॉक्टर अफरोज बेगम तथा संस्कृत विभाग के अध्यापक डॉ नौनिहाल गौतम रहे। इसमें संस्कृत विभाग के शोधार्थी भूपेंद्र लोधी का व्यवस्था में विशेष सहयोग रहा।
