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हमें वीरांगना रानी दुर्गावती के जीवन से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है – राज्यपाल

हमें वीरांगना रानी दुर्गावती के जीवन से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है – राज्यपाल  राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने किया बड़ादेव आराधाना स्थल ...

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Gajendra Thakur

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हमें वीरांगना रानी दुर्गावती के जीवन से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है – राज्यपाल
 राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने किया बड़ादेव आराधाना स्थल पेनठाना का लोकार्पण
सागर: प्रदेश के राज्यपाल श्री मंगूभाई पटेल ने कहा कि सरकार द्वारा जनजाति गौरव, इतिहास और उनकी संस्कृति को पुनर्जीवित करने के निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकर जनजाति गौरव और उनके इतिहास, संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए कृत संकल्पित होकर कार्य कर रही है।
            प्रदेश के राज्यपाल श्री मंगूभाई पटेल ने कहा है कि मध्यप्रदेश में जनजाति समाज के सर्वांगीण विकास के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। दमोह जिले में बड़ादेव आराधना स्थल के लोकार्पण का मुझे अवसर मिला इस पर मैं बहुत गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ। बड़ादेव जनजाति समाज के प्रथम पूज्य देव हैं, प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2021 में दमोह जिले के चौरई ग्राम पंचायत में बड़ादेव मंदिर निर्माण के संबंध में घोषणा की गई थी। जोकि आज पूर्ण हो गई है। उन्होंने कहा कि मैं जनजाति समाज के भाईयों को दमोह जिले में बड़ादेव आराधना स्थल के लोकार्पण के अवसर पर ढेर सारी शुभकामनाएं और बधाई देता हूँ।
            प्रदेश के राज्यपाल श्री मंगूभाई पटेल आज दमोह जिले के जबेरा विकासखंड के ग्राम पंचायत चौरई में लगभग एक करोड़ 16 लाख रुपए की लागत से निर्मित जनजाति समाज के बड़ादेव आराध्य स्थल पेनठाना (मंदिर) के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान प्रदेश के राज्यपाल श्री मंगूभाई पटेल ने लगभग 1 करोड़ 16 लाख रुपए की लागत से निर्मित बड़ादेव पेनठाना का लोकर्पण किया तथा बड़ादेव पेनठाना में बड़ादेव की पूजा, अर्चना की।
             राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश सरकार जनजाति समाज के लोगों के कल्याण के लिए सतत कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी दिल से जनजाति समाज के प्रति संवेदना रखते हैं। प्रधानमंत्री द्वारा जनजाति समाज के कल्याण के लिए योजना बनाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि देश में महिलाओं की तकलीफ दूर करने के लिए उज्जवला योजना जैसी अभिनव योजना लाई गई है, वहीं गरीब और कमजोर तबके के लोगों के लिए आयुष्मान योजना लाई गई है। उन्होंने कहा कि जनजाति वर्ग के सबसे पिछड़ी जातियां बैगा, भारिया और सहरिया वर्ग के लोगों के लिए केन्द्र सरकार जनमन योजना जैसी अभिनव योजना संचालित कर रही है। जिसमें लगभग 24 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। इस योजना के प्रभावी क्रियान्वयन से बैगा, भारिया और सहरिया समाज के लोगों को सीधा लाभ होगा।
            राज्यपाल श्री मंगूभाई पटेल ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा संचालित धरती आबा योजना के तहत मध्यप्रदेश में अनेक विकास कार्य किए जा रहे हैं। जिसका सीधा लाभ जनजाति वर्ग के लोगों को होगा।
            राज्यपाल श्री मंगूभाई पटेल ने कहा कि वीरांगना रानी दुर्गावती के संपूर्ण जीवन से हम सभी को प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि रानी दुर्गावती ने जिस अदम्य साहस के साथ अपने राज्य का संचालन किया, मुगलों के आक्रमणों का मुकाबला किया और देश की सुरक्षा के लिए अपना प्राणोत्सर्ग किया। रानी दुर्गावती की इस कुर्बानी से सभी को प्रेरणा लेन की आवश्यकता है।
            समारोह को संबोधित करते हुए भारत सरकार के केन्द्रीय राज्य मंत्री जनजातीय कार्य विभाग श्री दुर्गादास उईके ने कहा कि पूरे आदिवासी समाज की ओर से मैं मध्यप्रदेश के राज्यपाल श्री मंगूभाई पटेल का गोंडवाना पेनठाना लोकार्पण समारोह में स्वागत करता हूं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के राज्यपाल श्री मंगूभाई पटेल द्वारा दमोह जिले के ग्राम चौरई में आदिवासी बड़ादेव आराधना स्थल पेनठाना के लोकार्पण से मैं अभिभूत हूँ। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज का इतिहास गौरवशाली रहा है। हमारे आदिवासी समाज का उल्लेख ऋग्वेद, त्रेतायुग, द्वापरयुग के विभिन्न प्रसंगों में जनजातीय समाज की सहभागिता रही है। उन्होंने कहा कि जनजातीय समाज के एकलव्य ने जिस प्रकार शिक्षा ली उसकी शिक्षा हमें प्रेरणा देती है। उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम ने शबरी माता के हाथों बेर खाए थे यह भी हमारी पौराणिक मान्यताओं को प्रतिपादित करती है। केन्द्रीय मंत्री श्री दुर्गादास उईके ने कहा कि हमारे जनजातीय समाज में राजाओं ने मध्यभारत में लगभग 1400 सालों तक शासन किया। यह हमारा गौरवशाली इतिहास है। किंतु मुगलों और अंग्रेजों द्वारा हमारे गौरवशाली इतिहास और संस्कृति को मिटाने के प्रयास किए हैं। हमारी संस्कृति और हमारा स्थापत्य और हमारा इतिहास आज भी गौंड राजाओं द्वारा निर्मित किलों के खण्डहरों में मिलता है।
            केन्द्रीय मंत्री श्री दुर्गादास उईके ने कहा कि केन्द्र सरकार और राज्य सरकार जनजाति वर्ग के सर्वांगीण विकास के लिए सतत रूप से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि आज विद्यार्थियों को उत्कृष्ट शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। आईआईटी, इंजीनियरिंग, मेडीकल की पढ़ाई के लिए जनजातीय वर्ग के विद्यार्थियों को छात्रवृत्तियां दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने देश के लगभग 63 हजार जनजाति बहुल गावों को चिन्हित किया है। इन सभी जनजाति बहुल गावों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
            समारोह को संबोधित करते हुए मध्यप्रदेश शासन के संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्री धर्मेन्द्र सिंह लोधी ने कहा कि वीरांगना रानी दुर्गावती की जन्म जयंती के अवसर पर ग्राम पंचायत चौरई में बड़ादेव आराधना स्थल के लोकार्पण से मैं बहुत अभिभूत हूँ। उन्होंने कहा कि सिंगौरगढ़ गौंडवाना की महारानी दुर्गावती की कर्मभूमि रही है। उन्होंने कहा कि महारानी दुर्गावती के कर्मस्थल पर स्थापित बड़ादेव आराधना स्थल पेनठाना को पर्यटन स्थल बनाया जाएगा।
समारोह को संबोधित करते हुए मध्यप्रदेश शासन के पशुपालन मंत्री श्री लखन पटेल ने कहा कि महारानी दुर्गावती के जन्म दिवस पर मैं जनजाति समाज के सभी लोगों को बड़ादेव आराधना स्थल के लोकार्पण की शुभकामना देता हूँ। उन्होंने कहा कि धरती आबा योजना और जनमन योजना से जनजातीय वर्ग के लोगों का कल्याण होगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा जनमन योजना के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु लगभग 24 हजार करोड़ रुपए की राशि का प्रावधान किया गया हैं, वहीं धरती आबा योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए लगभग 80 हजार करोड़ रुपए की राशि का प्रावधान किया गया है।
            समारोह को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय सांसद श्री राहुल सिंह ने कहा कि भारत के किसानों और युवाओं के श्रम का उन्हें उचित लाभ मिले इसके लिए हम सभी को स्वदेशी वस्तुएं अपनाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आगामी दीपावली पर्व एवं अन्य पर्वों में नागरिक और ग्रामीण स्वदेशी वस्तुओं को अपनाएं।
            इस अवसर पर राज्यपाल श्री मंगूभाई पटेल ने दमोह जिले के जनजातीय लोक जीवन पर आधारित पुस्तिका का विमोचन किया। राज्यपाल द्वारा बड़ोदव पेनठाना स्थल परिसर में एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पौधारोपण किया।
प्रदेश के पशुपालन एवं डेयरी विकास राज्यमंत्री लखन पटेल ने कहा कि हम लोग तो जनसेवा के लिए काम कर रहे हैं चाहे आदिवासी समाज हो या अन्य समाज हम सभी के लिए कार्य कर रहे है। हमारा लक्ष्य है और हमारे प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने कहा था कि अंतिम छोर में खड़े व्यक्ति का जब तक सामान्य विकास न हो जाये तब तक चैन से ना बैठे।
            उन्होने कहा कि आयुष्मान कार्ड के माध्यम से गरीब से गरीब व्यक्ति अपना इलाज करा पा रहा है, धरती आवा योजना, जनमन योजना का लाभ अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहॅुचाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डॉ. मोहन यादव जी का उद्देश्य है।
            समारोह में पूर्व सांसद एवं पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष डॉ रामकृष्ण कुसमरिया, जिला पंचायत अध्यक्ष दमोह श्रीमती रंजीता गौरव पटेल, विधायक हटा श्रीमती उमादेवी खटीक, भाजपा जिलाध्यक्ष श्याम शिवहरे सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं विशाल जनसमुदाय उपस्थित था।

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