बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में अत्याधुनिक सीटी स्कैन एवं एमआरआई मशीन का हुआ लोकार्पण
सागर। अब सीटी स्कैन एवं एमआरआई की जांच कराने भोपाल या जबलपुर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। यह सभी जांचें अब सागर बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में होगी। डॉक्टर ईमानदारी से कार्य करें और पीड़ित व्यक्तियों को बेहतर इलाज मुहैया कराएं। सभी जनप्रतिनिधियों के साथ हम बीएमसी को और आगे बढाने में हर संभव मदद करेंगे एवं बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज की स्वास्थ्य सुविधाओं में सरकार के माध्यम से लगातार पंख लग रहे है। उक्त विचार खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ने बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज, सागर में अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार हेतु सीटी स्कैन (160 स्लाइस) एवं एमआरआई (1.5 टेस्ला) मशीनों के लोकार्पण अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किए। इस अवसर पर विधायक श्री शैलेन्द्र कुमार जैन, जिला अध्यक्ष श्री श्याम तिवारी, नगर निगम अध्यक्ष श्री वृंदावन अहिरवार, अधिष्ठाता डॉ. पी.एस. ठाकुर, डॉ. राजेश जैन, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ममता तिमारे, डॉ. पुण्य प्रताप सिंह, डॉ. सौरभ जैन, डॉ. रमेश पांडे, डॉ. सृकति श्रीवास्तव सहित अन्य जनप्रतिनिधि, डॉक्टर एवं पैरामेडिकल स्टाफ उपस्थित थे।
मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज की जो पहले छवि थी, उसको बदलने का कार्य डॉक्टरों एवं पैरामेडिकल स्टाफ की लगातार मेहनत और संकल्प से बदली है। सभी डॉक्टर एवं अन्य स्टाफ पूरी ईमानदारी और लगन से पीड़ितों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें समुचित उपचार प्रदान करें। बीएमसी में अन्य अत्याधुनिक सुविधाएं दिलाने के लिए मैं कृतसंकल्पित हूं और सरकार के माध्यम से इसे और आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि ये मशीने संपूर्ण बुंदेलखंड के लिए वरदान सिद्ध होंगी और अब हमारे बुंदेलखंड के निवासियों को भोपाल या जबलपुर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। सारी जांचें और इलाज अब यहीं बीएमसी में होंगे। उन्होनें कहा कि पहले का जमाना गया जब छोटी-छोटी बीमारियों के लिए भोपाल या इंदौर जाना पड़ता था। मंत्री ने कहा कि इन आधुनिक मशीनों का प्रयोग और रख-रखाव इस प्रकार हो कि ये वर्षों तक अपना कार्य करती रहें।
इस अवसर पर विधायक शैलेन्द्र जैन ने कहा कि आज सीटी स्कैन एवं एमआरआई मशीनों के लोकार्पण से बुंदेलखंड की स्वास्थ्य सुविधाओं में एक नया अध्याय लिखा जाएगा। उन्होंने कहा कि बीएमसी में जल्द ही प्राइवेट पार्टनरशिप योजना के माध्यम से कैथ लैब की स्थापना भी की जाएगी और शीघ्र ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के द्वारा कैंसर अस्पताल का भूमिपूजन होगा। उन्होंने सभी डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ से आग्रह किया कि वे अपनी भूमिका का निर्वहन करें और बीएमसी को बुलंदियों तक पहुँचाएं। उन्होंने कहा कि बीएमसी के डीन डॉ. पी.एस. ठाकुर की लगन और कर्तव्यप्रयाणता के कारण बीएमसी लगातार आगे बढ रहा है। उन्होंने कहा कि सभी जनप्रतिनिधियों के सहयोग एवं बीएमसी के सकारात्मक रवैये से सरकार द्वारा 125 सीटों से बढ़ाकर 150 की गई है, और अब इसे 250 सीटों तक ले जाने का लक्ष्य रखा गया है। शीघ्र ही इसके लिए सरकार के समक्ष इसकी मांग रखी जाएगी।
डीन डॉ. पी.एस. ठाकुर ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि सागर में जनप्रतिनिधियों के लगातार सहयोग से बीएमसी निरंतर प्रगति कर रहा है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही सागर बीएमसी में कैंसर अस्पताल एवं कैथ लैब की स्थापना से यह संस्थान एक जीवनदायिनी केंद्र बनेगा। मंत्री गोविंद सिंह राजपूत सहित अन्य अतिथियों ने सीटी स्कैन एवं एमआरआई मशीनों के तकनीकी पहलुओं के बारे में विस्तृत जानकारी ली एवं संचालनकर्ता डॉक्टरों एवं अन्य सहयोगियों से चर्चा की। इस अवसर पर डॉ. अजय गंगवानी, डॉ. ब्रजभान अहिरवार, डॉ. प्रदीप चौहान, डॉ. ज्योति चौहान सहित अन्य डॉक्टर उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. मनीष जैन ने किया तथा आभार डॉ. राजेश जैन ने माना।

